लद्दाख की गलवान घाटी 15 जून से श्योक गांव के रास्ते पर्यटकों के लिए खोल दी जाएगी। वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से सटे इसी इलाके में पांच साल पहले भारत-चीन के बीच हिंसक झड़प हुई थी। यह पहली बार गलवान घाटी पर्यटकों के लिए खुलेगी।
सूत्रों के अनुसार, लद्दाख ऑटोनोमस हिल डेवलपमेंट काउंसिल के चीफ एग्जिक्यूटिव काउंसिलर ताशी ग्यालसन ने बताया है कि सियाचिन बेस कैंप जाने के लिए पर्यटकों को किसी इजाजत की जरूरत नहीं पड़ेगी। सियाचिन बेस कैंप दुनिया का सबसे ऊंचा युद्ध क्षेत्र है।
गलवान घाटी एलएसी के पूर्वी हिस्से में है। यह समुद्र तल से 13,000 से 14,000 फीट की ऊंचाई पर है। घाटी के चारों ओर ऊबड़-खाबड़ जमीन है। इसके उत्तर में काराकोरम पर्वत श्रृंखला है।
--------------