विश्व हिंदू परिषद की नेता साध्वी प्राची ने सहारनपुर के मिरगपुर गांव में बाबा फकीरादास की सिद्धकुटी में आयोजित श्रीराम कथा के दौरान एक विवादास्पद बयान दिया। उन्होंने हिंदू समाज से अपील की कि वे अधिक बच्चे पैदा करें ताकि मठों और मंदिरों की रक्षा की जा सके।
बंगाल की स्थिति पर निशाना
साध्वी ने अपने संबोधन में पश्चिम बंगाल की स्थिति पर गहरी चिंता जताई और केंद्र सरकार से ममता बनर्जी की सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि वहां बहुसंख्यक समाज को षड्यंत्र के तहत निशाना बनाया जा रहा है, जिससे लोगों को पलायन करने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
साथ ही, उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर भी कटाक्ष करते हुए पूछा कि वे अब तक बंगाल क्यों नहीं पहुंचे हैं। उनका इशारा था कि इन नेताओं को केवल चुनिंदा घटनाओं पर राजनीति करनी आती है।
जनसंख्या संतुलन पर चेतावनी
साध्वी प्राची ने मुस्लिम समुदाय की जनसंख्या वृद्धि पर चिंता जाहिर की और कहा कि यदि हिंदू समाज जनसंख्या के मामले में पीछे रहा तो आने वाले समय में मंदिरों और मठों पर एक विशेष वर्ग का कब्ज़ा हो सकता है। उन्होंने जनसंख्या संतुलन बनाए रखने के लिए बहुसंख्यक समाज को "जागृत" होने की सलाह दी।
पहले भी दिए हैं ऐसे बयान
यह पहली बार नहीं है जब साध्वी प्राची ने इस तरह का बयान दिया हो। 2015 में भी उन्होंने हिंदुओं से चार बच्चे पैदा करने की अपील की थी, जिससे उस समय काफी विवाद हुआ था।
साध्वी प्राची के इस बयान ने एक बार फिर से देश में जनसंख्या नियंत्रण और धार्मिक संतुलन के मुद्दे को गर्मा दिया है। कुछ लोगों ने इसे धार्मिक ध्रुवीकरण का प्रयास बताया है, जबकि समर्थकों ने इसे “हिंदू संस्कृति की रक्षा” का माध्यम बताया है। इस बयान से राजनीतिक और सामाजिक हलकों में निश्चित ही बहस तेज़ होगी।