पंचों के सम्राट: टोनी जेफ्रीज ने रचा नया विश्व इतिहास

Jitendra Kumar Sinha
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दुनिया की हर असंभव लगने वाली बात केवल तब तक असंभव रहती है, जब तक कोई उसे संभव न कर दे। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है ब्रिटेन के पूर्व ओलिंपिक बॉक्सर टोनी जेफ्रीज ने, जिन्होंने दुबई के ‘जिम नेशन’ में 24 घंटे में 1,47,218 फुल एक्सटेंशन पंच मारकर विश्व रिकॉर्ड बना दिया है। यह सिर्फ एक संख्या नहीं, बल्कि आत्मविश्वास, संघर्ष और अटूट दृढ़ निश्चय की कहानी है।


टोनी जेफ्रीज की कहानी केवल मुक्केबाजी की दुनिया की नहीं, बल्कि इंसानी हौसले की मिसाल है। 2012 में जब हाथों की गंभीर चोट के कारण उन्हें बॉक्सिंग से संन्यास लेना पड़ा, तब डॉक्टरों ने साफ कहा था कि वे दोबारा मुक्का भी नहीं मार पाएंगे। लेकिन टोनी ने उस दिन यह ठान लिया था कि वो हार नहीं मानेंगे। बॉक्सिंग रिंग से भले ही वो दूर हो गए थे, लेकिन जुनून अब भी उनके भीतर जिंदा था। वर्षों की मेहनत, मनोबल और अनुशासन के बल पर उन्होंने अपने शरीर को फिर से उस मुकाम तक पहुँचाया, जहाँ वो अपने व्यक्तिगत रिकॉर्ड को तोड़ने और नया इतिहास रचने के लिए तैयार थे।


यह रिकॉर्ड एक दिन में बना, लेकिन इसकी तैयारी महीनों की मेहनत और मानसिक दृढ़ता की कहानी कहती है। टोनी ने इस रिकॉर्ड को बनाने के लिए न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक ताकत का भी परिचय दिया। 24 घंटे की इस अनवरत पंच यात्रा के दौरान उन्होंने कुल 1,47,218 फुल एक्सटेंशन पंच मारे — यानी हर घंटे औसतन 6,134 पंच और हर मिनट करीब 102 पंच। यह आंकड़ा किसी आम इंसान के लिए कल्पना से परे है, लेकिन टोनी के लिए यह संकल्प और प्रतिबद्धता का प्रमाण है।


‘फुल एक्सटेंशन पंच’ यानी ऐसा मुक्का जो पूरी तरह से सीधे हाथ से पूरी ताकत और फॉर्म के साथ मारा जाए। इसे सिर्फ हवा में हाथ चलाना नहीं माना जाता — यह तकनीक, शक्ति, और निरंतरता का संतुलन होता है। इस तरह के पंच लगातार और सटीक रूप से 24 घंटे तक मारना एक बेहद चुनौतीपूर्ण कार्य है। टोनी ने न केवल इसे किया बल्कि अपने निर्धारित दो निजी लक्ष्य—86,000 और 1,44,000 पंच—को भी पार कर दिखाया।


शरीर को थकान से उबारने के लिए नींद जरूरी होती है, लेकिन टोनी ने इस दौरान एक पल को भी आराम नहीं किया। उन्होंने खुद को मानसिक रूप से इस तरह तैयार किया कि दर्द और थकान को भी अपने लक्ष्य के रास्ते में आने नहीं दिया। इस दौरान वे हाइड्रेशन, सही पोषण और स्ट्रेचिंग के जरिए खुद को रिचार्ज करते रहे। इसके अलावा टीम का समर्थन भी इस रिकॉर्ड की सफलता में महत्वपूर्ण रहा। जिम नेशन में उनके कोच, फिजियोथैरेपिस्ट और दोस्तों ने उन्हें हर पल मोटिवेट किया।


टोनी ने बताया कि जब उन्होंने संन्यास लिया था, तब वे एक अवसाद में चले गए थे। उन्हें लगा कि उनका करियर खत्म हो चुका है और अब कोई मकसद नहीं बचा है। लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने खुद को फिर से गढ़ा। उनका उद्देश्य सिर्फ खुद को साबित करना नहीं था, बल्कि उन लोगों के लिए एक प्रेरणा बनना था जो किसी कारणवश टूट चुके हैं। उन्होंने कहा, “मुझे बताया गया था कि मैं कभी मुक्का नहीं मार पाऊंगा। लेकिन आज मैंने 1,47,218 बार पंच मारे हैं। यह सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं, बल्कि मेरी वापसी की कहानी है।”


यह कीर्तिमान दुबई के मोटरसिटी इलाके स्थित 'जिम नेशन' में रचा गया। इस फिटनेस हब ने टोनी को वह मंच दिया जहाँ उन्होंने दुनिया को दिखाया कि अगर मन में संकल्प हो तो कोई भी रिकॉर्ड आपके हौसलों के सामने टिक नहीं सकता। जिम नेशन के मालिक और टीम ने भी इस ऐतिहासिक पल को लेकर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि “यह सिर्फ टोनी की जीत नहीं, बल्कि जिम नेशन की विरासत के लिए भी एक ऐतिहासिक दिन है।”


जैसे ही टोनी ने यह रिकॉर्ड पूरा किया, सोशल मीडिया पर बधाइयों की बाढ़ आ गई। दुनियाभर के बॉक्सर, खिलाड़ी, सेलिब्रिटीज और फैंस ने उन्हें इस अद्भुत उपलब्धि पर बधाई दी। उनके इस प्रयास का वीडियो वायरल हो गया जिसमें टोनी थके हुए लेकिन मुस्कुराते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने इस दौरान अपने प्रशंसकों के लिए लाइव अपडेट भी साझा किए और हर मोड़ पर अपने समर्थकों का आभार जताया।


टोनी जेफ्रीज का यह रिकॉर्ड सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि आने वाले पीढ़ियों के खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा है। यह उन्हें यह सिखाता है कि जीवन में कोई भी बाधा अंतिम नहीं होती — बशर्ते आप लड़ने की हिम्मत न खोएं। उन्होंने दिखाया कि खिलाड़ी सिर्फ मैदान में ही नहीं, बल्कि जीवन के हर मोर्चे पर जीत सकते हैं।


फिजिकल ट्रेनर और खेल विज्ञान के विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह का प्रयास शरीर की चरम सीमाओं का परीक्षण है। लगातार इतने लंबे समय तक शारीरिक एक्टिविटी करना केवल ताकत का नहीं, बल्कि हृदय, फेफड़े और मांसपेशियों के सामंजस्य का भी मामला है। एक विशेषज्ञ ने कहा, “यह रिकॉर्ड शरीर और मन दोनों की परीक्षा है। टोनी ने यह साबित किया है कि सीमाओं को सिर्फ हम खुद तय करते हैं।”


टोनी जेफ्रीज अब इस रिकॉर्ड को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में आधिकारिक रूप से दर्ज करवाने की प्रक्रिया में हैं। इसके साथ ही वे फिटनेस और मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में युवाओं को प्रेरित करने के लिए ग्लोबल टूर की भी योजना बना रहे हैं। उनका उद्देश्य है कि वे स्कूल, कॉलेज और जिम में जाकर युवाओं को मानसिक दृढ़ता और लक्ष्य-निर्धारण का महत्व समझाएं।


टोनी की यह उपलब्धि केवल खेल नहीं, बल्कि जीवन के प्रति एक संदेश है — “अगर आप ठान लें तो आप अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं, अपने ही डर को मात दे सकते हैं।” उनकी कहानी उन लाखों लोगों को प्रेरित करेगी जो कभी न कभी असफलता या चोट के कारण हार मानने को मजबूर हुए हैं।


टोनी जेफ्रीज ने 24 घंटे में 1,47,218 पंच लगाकर न केवल रिकॉर्ड बनाया, बल्कि एक संदेश दिया — हार मान लेना आसान है, लेकिन फिर से खड़ा होना एक योद्धा की पहचान है। उनका यह रिकॉर्ड हम सभी को याद दिलाता है कि जीवन में असली जीत तब होती है जब आप खुद को साबित करने के लिए किसी को हराते नहीं, बल्कि खुद की सीमाओं को तोड़ते हैं।


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