भारत ने शुक्रवार को पाकिस्तान को नया ऋण देने के, आइएमएफ (International Monetary Fund) के प्रस्ताव का विरोध किया। भारत ने इस बेलआउट पैकेज पर मतदान से किनारा किया। भारत ने इसके पीछे इस्लामाबाद की वित्तीय सहायता के इस्तेमाल में खराब रिकॉर्ड का हवाला दिया है।
सूत्रों के अनुसार, वित्त मंत्रालय ने जानकारी दी है कि भारत ने इस बात की भी आशंका जतायी है कि पाकिस्तान, इस ऋण का इस्तेमाल सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने में कर सकता है।
भारत ने आइएमएफ को यह भी बताया है कि पाकिस्तान पिछले 35 वर्षों में 28 बार आइएमएफ से मदद ले चुका है। उसका ट्रैक रिकॉर्ड बहुत ही खराब है, अगर पहले दिये गये कर्ज का सही उपयोग हुआ होता, तो पाकिस्तान को बार-बार मदद की जरूरत नहीं पड़ती।
भारत के विरोध के बावजूद पाकिस्तान को लगभग एक अरब अमरीकी डॉलर तत्काल जारी करने की मंजूरी दे दी गयी है।
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