आईपीएल 2025 के रोमांचक मुकाबलों के बीच मंगलवार को खेले गए लखनऊ सुपर जायंट्स बनाम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु मैच में लखनऊ टीम के कप्तान ऋषभ पंत पर धीमी ओवर गति के चलते ₹30 लाख का जुर्माना लगाया गया है। इतना ही नहीं, टीम के इम्पैक्ट प्लेयर सहित अन्य खिलाड़ियों को भी ₹12 लाख रुपये तक की सजा भुगतना पड़ा है।
आईपीएल की आचार संहिता के अनुसार, हर टीम को निर्धारित समय सीमा के अंदर 20 ओवर पूरे करने होते हैं। लेकिन लखनऊ सुपर जायंट्स ने मंगलवार के मुकाबले में यह तय सीमा पार कर दी और ओवर गति धीमी रही। चूंकि यह इस सीजन में पंत की टीम की तीसरी बार की गई गलती थी, इसलिए इस बार जुर्माना सख्त लगाया गया है।
आईपीएल नियमों के अनुसार, पहली गलती पर कप्तान को ₹12 लाख का जुर्माना, दूसरी गलती पर ₹24 लाख या उससे अधिक, और टीम के अन्य खिलाड़ियों को भी दंड, और तीसरी गलती पर ₹30 लाख या उससे ज्यादा जुर्माना, साथ ही कप्तान को निलंबन तक की चेतावनी देने का प्रावधान है। ऋषभ पंत की कप्तानी में यह तीसरी बार हुआ है, इसलिए बोर्ड ने सख्त कार्रवाई करते हुए सीधे ₹30 लाख की सजा सुनाई है।
नियम उल्लंघन के कारण केवल ऋषभ पंत ही नहीं, बल्कि प्लेइंग इलेवन के अन्य खिलाड़ियों पर भी ₹12 लाख या मैच फीस का 50% (जो कम हो) का जुर्माना लगाया गया है। इसमें इम्पैक्ट प्लेयर शामिल हैं, जिन्हें बीच मैच में शामिल किया जाता है।
आईपीएल जैसे विश्वस्तरीय टूर्नामेंट में समय की पाबंदी अत्यंत जरूरी होता है। धीमी ओवर गति से न केवल खेल की गुणवत्ता प्रभावित होता है, बल्कि दर्शकों का अनुभव भी खराब होता है। इसके अलावा प्रसारण समय, विज्ञापन स्लॉट और अन्य मैचों की टाइमिंग भी प्रभावित होता है।
अगर लखनऊ सुपर जायंट्स फिर से धीमी ओवर गति की गलती दोहराता हैं तो ऋषभ पंत पर एक मैच का निलंबन लगाया जा सकता है और टीम को अंक कटौती की चेतावनी भी दिया जा सकता है। इसलिए यह कप्तान और टीम दोनों के लिए अंतिम चेतावनी है।