22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के पास बैसरान घाटी में हुए भीषण आतंकी हमले की जांच में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने महत्वपूर्ण प्रगति की है। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे।
NIA की जांच और कार्रवाई
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100 से अधिक स्थानों पर छापेमारी: NIA ने जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना के साथ मिलकर लगभग 100 स्थानों पर छापेमारी की है। इनमें प्रतिबंधित आतंकी संगठन अल-उमर मुजाहिदीन के संस्थापक मुश्ताक अहमद जरगर उर्फ लत्रम के घर की भी तलाशी ली गई, जिसे 1999 में IC-814 विमान अपहरण के बाद रिहा किया गया था
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3000 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ: अब तक लगभग 3,000 संदिग्धों से पूछताछ की गई है, और 90 ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGWs) के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत मामले दर्ज किए गए हैं
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DG NIA का दौरा और रिपोर्ट: NIA के महानिदेशक सदानंद दाते ने बाइसारन घाटी का दौरा किया और जांच की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक भी की, जिसमें सुरक्षा हालात और खुफिया तंत्र को मजबूत करने पर चर्चा हुई। माना जा रहा है कि DG NIA आज दिल्ली लौटकर गृह मंत्रालय को प्रारंभिक रिपोर्ट सौंप सकते हैं
हमले की पृष्ठभूमि
हमले के बाद, भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं, जिनमें पाकिस्तान से सभी आयातों पर प्रतिबंध, पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों का निष्कासन, सिंधु जल संधि का निलंबन, और अटारी सीमा पर एकीकृत चेक पोस्ट का बंद होना शामिल है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है और सुरक्षा बलों को आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए है
NIA की यह जांच और कार्रवाई देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आशा है कि इस जांच से हमले के पीछे की साजिश का पर्दाफाश होगा और दोषियों को सजा मिलेगी