26/11 मुंबई आतंकी हमले के प्रमुख आरोपी तहव्वुर राणा से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शनिवार को दिल्ली की एक अदालत में उसकी आवाज़ और हस्तलेखन के नमूने एकत्र किए। यह कार्रवाई अदालत के हालिया आदेश के तहत की गई, जिसमें NIA को ये नमूने लेने की अनुमति दी गई थी।
राणा को कड़ी सुरक्षा के बीच न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी वैभव कुमार के समक्ष पेश किया गया, जहां बंद कमरे में उसकी हैंडराइटिंग के नमूने लिए गए। सूत्रों के अनुसार, राणा से विभिन्न अक्षर और संख्याएं लिखवाई गईं। उसके वकील पीयूष सक्सेना ने बताया कि राणा ने अदालत के आदेश का पूरी तरह से पालन किया और नमूने देने में सहयोग किया।
राणा, जो पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है, को अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद 10 अप्रैल को भारत लाया गया था। वह 26/11 हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक माने जाते हैं और उन पर लश्कर-ए-तैयबा के लिए मुंबई में हमले की जगहों की रेकी करने का आरोप है। वह अपने बचपन के मित्र डेविड कोलमैन हेडली के साथ मिलकर इस साजिश में शामिल थे।
NIA ने अदालत से राणा की हिरासत 12 दिनों के लिए बढ़ाने का अनुरोध किया था, जिसे विशेष NIA न्यायाधीश चंदर जीत सिंह ने 28 अप्रैल को मंजूर किया। अब राणा को 10 मई के बाद तिहाड़ जेल के उच्च सुरक्षा वाले सेल में स्थानांतरित किया जा सकता है।
यह कार्रवाई 2008 के मुंबई हमलों की जांच में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें 166 लोगों की जान गई थी और सैकड़ों घायल हुए थे। NIA राणा से पूछताछ जारी रखे हुए है ताकि हमले की साजिश और उसमें शामिल अन्य लोगों के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सके।
इस घटनाक्रम से स्पष्ट है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है और न्याय की प्रक्रिया को पूरी गंभीरता से आगे बढ़ा रहा है।