3 मई 2025 को बिहार के किशनगंज जिले के बहादुरगंज में आयोजित एक जनसभा में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सीमांचल क्षेत्र में अपनी पार्टी की वापसी का बिगुल बजाया। उन्होंने RJD और तेजस्वी यादव पर तीखा हमला करते हुए कहा, "जो हमारे चार विधायक ले गए, वे भिखारी बनकर लौटेंगे। अगर हमारे चार गए, तो चौबीस लौटेंगे।"
ओवैसी ने AIMIM को अल्पसंख्यकों के अधिकारों के रक्षक के रूप में प्रस्तुत किया और वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा का संकल्प लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों ने "अपने जमीर को बेच दिया है" और मतदाताओं से AIMIM को मजबूत करने की अपील की।
2020 के बिहार विधानसभा चुनावों में AIMIM ने सीमांचल क्षेत्र में पांच सीटें जीती थीं, लेकिन 2022 में चार विधायकों के RJD में शामिल होने से पार्टी को बड़ा झटका लगा। अब केवल अमौर से विधायक अख्तरुल इमान AIMIM के एकमात्र विधायक हैं।
ओवैसी ने सीमांचल क्षेत्र में AIMIM की वापसी का दावा करते हुए कहा कि इस बार RJD को हिसाब चुकता कर देंगे और कर्ज बाकी नहीं रखेंगे।
इस जनसभा में AIMIM के राज्य अध्यक्ष अख्तरुल इमान और पूर्व विधायक तौसीफ आलम भी मौजूद थे, जिन्होंने हाल ही में पार्टी में वापसी की है।
ओवैसी की यह रैली आगामी विधानसभा चुनावों से पहले सीमांचल क्षेत्र में AIMIM की सक्रियता और राजनीतिक महत्वाकांक्षा को दर्शाती है।