भारतीय वायुसेना की महिला विंग कमांडर व्योमिका सिंह को लेकर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद प्रोफेसर रामगोपाल यादव द्वारा दिया गया बयान इन दिनों राजनीतिक गलियारों और सोशल मीडिया पर तीव्र बहस का विषय बना हुआ है।
क्या कहा रामगोपाल यादव ने?
रामगोपाल यादव ने अपने बयान में विंग कमांडर व्योमिका सिंह को लेकर यह टिप्पणी की कि सरकार ने सिर्फ "दिखावे" के लिए एक महिला को गणतंत्र दिवस पर परेड में टैंक चलाने की जिम्मेदारी दी थी। उन्होंने कहा कि “ये सब दिखावे के लिए है, हकीकत में महिलाओं को ऐसे जिम्मेदार पदों पर नियमित रूप से तैनात नहीं किया जाता।”
उनके इस बयान को महिलाओं की भूमिका को कम आंकने और सेना की गरिमा को ठेस पहुंचाने के रूप में देखा जा रहा है।
व्योमिका सिंह: देश की शान
यह बात किसी से छुपी नहीं है कि विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने 2024 की गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार ‘टेबल टॉप टैंक’ को लीड किया था। यह भारत की सैन्य शक्ति में महिलाओं की भागीदारी का प्रतीक था और पूरे देश ने इसे सराहा। व्योमिका सिंह भारतीय वायुसेना की उन चुनिंदा अधिकारियों में शामिल हैं जो अग्रिम मोर्चे पर तैनात होकर भारत की रक्षा कर रही हैं।
सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया
रामगोपाल यादव के बयान पर सोशल मीडिया पर आक्रोश की लहर दौड़ गई है। कई रिटायर्ड सेना अधिकारियों, महिला कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों ने इस बयान को "महिला विरोधी", "अपमानजनक" और "सेना का मनोबल तोड़ने वाला" करार दिया।
एक यूज़र ने लिखा:
"अगर आज भी महिला अधिकारी को 'दिखावा' कहा जाए तो यह सिर्फ मानसिकता की कमजोरी को दर्शाता है, न कि महिला की क्षमता को।"
राजनीतिक दलों का विरोध
भाजपा सहित अन्य दलों ने भी रामगोपाल यादव के बयान की कड़ी निंदा की है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “सेना की वर्दी और राष्ट्रभक्ति का अपमान करना समाजवादी पार्टी की आदत बन गई है। महिला सशक्तिकरण पर सपा की सोच आज फिर उजागर हो गई।”
कांग्रेस ने भी यादव से बयान वापस लेने और माफी मांगने की मांग की है।
रामगोपाल यादव ने दी सफाई
विवाद बढ़ने के बाद रामगोपाल यादव ने सफाई दी कि उनका मकसद किसी को नीचा दिखाना नहीं था। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ “प्रदर्शन और वास्तविकता के अंतर” को उजागर कर रहे थे, लेकिन उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है।