भारत सरकार ने हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद के मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने के लिए विभिन्न देशों में सांसदों के प्रतिनिधिमंडल भेजने का निर्णय लिया है। इस पहल के तहत तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद और पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान को भी एक प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनाया गया था। हालांकि, पठान ने इस दौरे में शामिल होने से इनकार कर दिया है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, "अगर यूसुफ पठान को कोई दिक्कत है, तो इस पर बैठकर चर्चा की जा सकती है। लेकिन, दुनिया के सामने इस तरह की बातों को उजागर करना मुझे नहीं लगता कि यह देशहित में है।"
चिराग पासवान ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय मुद्दों पर राजनीति करना उचित नहीं है और सभी दलों को मिलकर देश के हित में काम करना चाहिए।
टीएमसी की ओर से यूसुफ पठान को प्रतिनिधिमंडल से हटाने के पीछे सुरक्षा कारणों का हवाला दिया गया है। पार्टी ने स्पष्ट किया है कि यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर लिया गया है और इसमें कोई राजनीतिक उद्देश्य नहीं है।
इस घटनाक्रम से स्पष्ट है कि राष्ट्रीय सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय कूटनीति जैसे गंभीर मुद्दों पर राजनीतिक दलों के बीच समन्वय और सहयोग की आवश्यकता है।