ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ा तनाव
7 मई 2025 को भारतीय वायुसेना द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए गए। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी, जिसमें 26 भारतीय नागरिकों की जान गई थी।
पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई: पुंछ और तंगधार में गोलाबारी
ऑपरेशन सिंदूर के बाद, पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ और तंगधार सेक्टरों में भारी गोलाबारी की। इस हमले में 15 निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई और 43 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। पाकिस्तानी सेना ने जानबूझकर रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया, जिससे गांवों में दहशत फैल गई और कई घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।
गुरुद्वारे पर हमला: तीन सिख श्रद्धालुओं की मौत
इस गोलाबारी में पुंछ जिले के केंद्रीय गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा साहिब को भी निशाना बनाया गया, जिसमें तीन सिख श्रद्धालुओं - भाई अमरीक सिंह जी (रागी सिंह), भाई अमरजीत सिंह और भाई रंजीत सिंह - की मौत हो गई।
भारत की प्रतिक्रिया: संयम और सटीकता
भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान साहस, सतर्कता और मानवता का परिचय दिया। उन्होंने कहा, "हमारी सेनाओं ने आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की और यह सुनिश्चित किया कि आम नागरिकों को कोई नुकसान न हो।"
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए, संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, ब्रिटेन, चीन और तुर्की सहित कई देशों ने दोनों पक्षों से संयम बरतने और बातचीत के माध्यम से समाधान निकालने की अपील की है।
पुंछ और तंगधार में हुई इस त्रासदी ने एक बार फिर दिखाया है कि सीमा पार से होने वाली हिंसा का सबसे बड़ा खामियाजा निर्दोष नागरिकों को भुगतना पड़ता है। अब समय आ गया है कि दोनों देश बातचीत के माध्यम से स्थायी समाधान की ओर बढ़ें, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।