8 मई 2025 को, भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है। उन्होंने इस स्थिति को "बहुत ही भयंकर" बताते हुए उम्मीद जताई कि दोनों देश जल्द शांतिपूर्ण समाधान निकालेंगे। ट्रंप ने कहा कि यदि वे किसी प्रकार से मदद कर सकते हैं, तो वे तत्पर हैं।
भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जो कि 22 अप्रैल को भारतीय कश्मीर में हुए आतंकी हमले के जवाब में थे, जिसमें 26 हिंदू पर्यटक मारे गए थे। पाकिस्तान ने इन हमलों को "कायराना युद्ध" करार देते हुए जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
ट्रंप ने कहा, "उनकी लड़ाई बहुत लंबे समय से चल रही है। दशकों और सदियों से।" उन्होंने घटना को "शर्मनाक" बताते हुए कहा कि उन्हें इसकी जानकारी ओवल ऑफिस में हुई बातचीत के दौरान मिली। ट्रंप ने यह भी कहा कि उनका भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के साथ अच्छे रिश्ते हैं और अगर वह किसी भी प्रकार से मदद कर सकते हैं, तो तुरंत तैयार हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी बताया कि वे भारत और पाकिस्तान के बीच की स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका चाहता है कि दोनों देश शीघ्र अपने विवादों का समाधान निकालें ताकि क्षेत्रीय स्थिरता को बनाए रखा जा सके।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी भारत और पाकिस्तान से अधिकतम सैन्य संयम बरतने की अपील की है। उनके प्रवक्ता ने कहा कि दुनिया भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष की "क्षमता" नहीं रख सकती।
इस बीच, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारतीय हमलों को "कायराना युद्ध" करार देते हुए जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है। पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने पांच भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराया है, हालांकि इस दावे की स्वतंत्र पुष्टि नहीं हो सकी है।
भारत और पाकिस्तान के बीच यह तनावपूर्ण स्थिति अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए चिंता का विषय बनी हुई है, खासकर जब दोनों देश परमाणु शक्ति संपन्न हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों देशों को संयम बरतते हुए बातचीत के माध्यम से समाधान निकालना चाहिए।
इस संकट की घड़ी में, वैश्विक नेताओं की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। ट्रंप की प्रतिक्रिया और संयुक्त राष्ट्र की अपील इस बात का संकेत हैं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस स्थिति को गंभीरता से ले रहा है और शांति की दिशा में प्रयास कर रहा है।