दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की पहली ट्रांसजेंडर पार्षद, बोबी किन्नर, ने आम आदमी पार्टी (आप) से इस्तीफा दे दिया है और नवगठित इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी (आईवीपी) में शामिल हो गई हैं। बोबी सुल्तानपुरी-ए वार्ड से 2022 में आप के टिकट पर चुनी गई थीं। उनका इस्तीफा आप के लिए एक और झटका है, क्योंकि हाल ही में पार्टी के 15 अन्य पार्षदों ने भी इस्तीफा देकर आईवीपी का गठन किया था ।
इस्तीफे के पीछे कारण
बोबी ने आरोप लगाया कि आप नेतृत्व ने उन्हें "बंधुआ मजदूर" की तरह माना और पार्टी में पार्षदों की आवाज़ को अनसुना किया गया। उन्होंने कहा, "पिछले ढाई सालों से आप नेताओं ने मुझे बंधुआ मजदूर समझा।" बोबी ने यह भी कहा कि एमसीडी में विकास कार्य ठप पड़े हैं और पार्टी नेतृत्व और पार्षदों के बीच कोई समन्वय नहीं है ।
इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी का उदय
आईवीपी का गठन हाल ही में आप के 15 बागी पार्षदों द्वारा किया गया है, जिसमें प्रमुख नेता मुकेश गोयल, हेमचंद गोयल, संजय शर्मा और अनिल राणा शामिल हैं। बोबी के शामिल होने से आईवीपी में कुल 16 पार्षद हो गए हैं ।
राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव
2022 के एमसीडी चुनावों में आप ने 134 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा ने 104 सीटें हासिल की थीं। हालांकि, हाल के इस्तीफों के बाद आप के पार्षदों की संख्या घटकर 97 रह गई है, जबकि भाजपा के पास 117 पार्षद हैं। आईवीपी के पास अब 16 पार्षद हैं और कांग्रेस के पास 8 सीटें हैं ।
बोबी किन्नर का आप से इस्तीफा और आईवीपी में शामिल होना दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह घटनाक्रम दर्शाता है कि आप के भीतर असंतोष बढ़ रहा है और पार्टी को अपने संगठनात्मक ढांचे और नेतृत्व शैली पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है।