इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने उच्च शिक्षा की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए एमएससी होम साइंस - कम्युनिटी डेवलपमेंट एंड एक्सटेंशन मैनेजमेंट प्रोग्राम की शुरुआत की है। यह कार्यक्रम न केवल गृह विज्ञान के क्षेत्र में इग्नू का पहला मास्टर डिग्री कोर्स है, बल्कि यह देश में समुदाय विकास और सामाजिक विस्तार प्रबंधन को लेकर युवाओं को तैयार करने का एक सुनियोजित प्रयास भी है।
इग्नू द्वारा प्रस्तुत यह नया कोर्स विशेष रूप से उन छात्रों के लिए तैयार किया गया है जो समुदायों के साथ मिलकर सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विकास में अपनी भूमिका निभाना चाहते हैं। इस कार्यक्रम में प्रवेश के लिए न्यूनतम योग्यता किसी भी विषय में स्नातक डिग्री रखी गई है, जिससे विभिन्न शैक्षणिक पृष्ठभूमि वाले छात्र इसमें दाखिला ले सकते हैं।
कोर्स की फीस बहुत ही किफायती रखी गई है मात्र ₹7000 प्रति वर्ष, जिसमें पंजीकरण शुल्क और विकास शुल्क भी शामिल है। यह दो वर्षीय प्रोग्राम है और इसे दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से संचालित किया जाएगा, जिससे कामकाजी पेशेवर और ग्रामीण क्षेत्र के छात्र भी लाभान्वित हो सकेंगे।
यह प्रोग्राम छात्रों को न केवल सैद्धांतिक ज्ञान देगा, बल्कि उन्हें व्यवहारिक रूप से कम्युनिटी डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स की योजना, कार्यान्वयन और मूल्यांकन के लिए भी तैयार करेगा। इसका मुख्य उद्देश्य है सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) की दिशा में व्यावहारिक योगदान देने वाले कुशल मानव संसाधनों का निर्माण करना।
प्रोग्राम पूरा करने के बाद छात्र विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी के लिए पात्र होंगे। इनमें सरकारी विभाग, अंतर-सरकारी संस्थाएं, बहुपक्षीय संगठनों, अंतरराष्ट्रीय एनजीओ, कॉर्पोरेट सीएसआर फाउंडेशन, सामाजिक उद्यम और विकास परियोजनाएं शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, छात्र शोधकर्ता, अकादमिक विशेषज्ञ, पीजीटी शिक्षक और कौशल विकास अधिकारी के रूप में भी करियर बना सकते हैं।
आज के बदलते सामाजिक परिदृश्य में केवल अकादमिक डिग्री पर्याप्त नहीं रह गई है। वास्तविक दुनिया की समस्याओं को समझने और हल करने की क्षमता रखने वाले युवाओं की आवश्यकता है। यह कार्यक्रम न केवल छात्रों को तकनीकी और सामाजिक समझ देगा, बल्कि उन्हें नेतृत्व क्षमता, संवाद कौशल और नीति निर्माण में भागीदारी की दक्षता भी प्रदान करेगा।
इग्नू का यह एमएससी होम साइंस प्रोग्राम निश्चित ही उन छात्रों के लिए वरदान साबित होगा, जो समाज में परिवर्तन लाने की इच्छा रखते हैं। सस्ती फीस, लचीला ढांचा और रोजगारोन्मुख पाठ्यक्रम इसे एक उत्कृष्ट विकल्प बनाता हैं। यह पहल न केवल शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार को दर्शाता है, बल्कि समाज निर्माण की दिशा में एक ठोस कदम भी है।