पक्षियों की दुनिया में कुछ प्रजातियाँ ऐसी होती हैं जो अपने रंग, आकार और व्यवहार के कारण तुरंत ध्यान खींच लेता हैं। हायासिन्थ मकाव (Hyacinth Macaw) उन्हीं में से एक है। यह केवल अपने आकार के कारण ही नहीं, बल्कि अपने सौंदर्य, सामाजिक स्वभाव और विलक्षण बुद्धिमत्ता के कारण भी चर्चित है।
हायासिन्थ मकाव दुनिया का सबसे बड़ा, उड़ने वाला तोता है, जिसकी लंबाई लगभग 100 सेंटीमीटर तक होता है। इसका शरीर नीले रंग के खूबसूरत पंखों से ढका होता है जो सूरज की रोशनी में चमकता हैं। इसकी आँखों के चारों ओर पीली त्वचा होता है जो इसके चेहरे को और भी आकर्षक बना देता है।
इस पक्षी की सबसे खास बात है इसकी मजबूत और विशाल चोंच। यह इतनी ताकतवर होता है कि यह कठोर मेवों, बीजों और यहां तक कि नारियल के खोल को भी बड़ी आसानी से तोड़ देती है। उसकी चोंच केवल भोजन के लिए ही नहीं, बल्कि पेड़ों पर चढ़ने और घोंसला बनाने में भी मदद करती है।
हायासिन्थ मकाव का मुख्य निवास दक्षिण अमेरिका के देश ब्राजील, पराग्वे और बोलिविया हैं। यह पक्षी आमतौर पर सवाना, जंगलों और तटीय इलाकों में पाया जाता हैं। इसका जीवन बेहद सामाजिक होता है। यह अक्सर जोड़ों में या छोटे झुंडों में रहता हैं।
एक बार जीवनसाथी चुनने के बाद यह अपना जीवन भर उसी के साथ रहता हैं। वह मिलकर घोंसला बनाता हैं, अंडों की रक्षा करता हैं और बच्चों की देखभाल करता हैं। इसका आपसी संबंध इतना गहरा होता है कि इसके व्यवहार को देखकर इंसानी रिश्तों की याद आ जाता है ।
हायासिन्थ मकाव की आवाज तेज, गूंजदार और पहचानने लायक होती है। इसकी चीख जैसी आवाजें जंगलों में दूर-दूर तक गूंजती हैं। यही उनकी संचार प्रणाली है जिससे वे अपने साथियों से संपर्क में रहती हैं और खतरे की चेतावनी भी देती हैं।
दुर्भाग्यवश, हायासिन्थ मकाव आज खतरे में पड़ी प्रजाति बन चुकी है। जंगलों की कटाई, अवैध व्यापार और निवास स्थान की कमी के कारण इनकी संख्या में भारी गिरावट आई है। वन्यजीव संरक्षण संगठनों द्वारा इनकी सुरक्षा के प्रयास किया जा रहा है लेकिन जागरूकता की आवश्यकता अब भी बनी हुई है।