इस वर्ष के अंत तक शुरू होने वाली निर्माणाधीन नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पर यात्रियों से उपयोगकर्ता विकास शुल्क (User Development Fee - UDF) वसूलने की अनुमति भारतीय विमानपत्तन आर्थिक विनियामक प्राधिकरण (AERA) ने दी है। इस निर्णय के तहत घरेलू उड़ानों के लिए शुल्क 620 रुपये होगा, जबकि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए यात्रियों को 1,225 रुपये तक चुकाने होंगे। यही नहीं, हवाई अड्डे पर उतरने वाले यात्रियों को भी यूडीएफ देना होगा, घरेलू आगमन पर 270 रुपये और अंतरराष्ट्रीय आगमन पर 525 रुपये।
यूडीएफ यानि यूजर डेवलपमेंट फीस वह शुल्क होता है, जो यात्रियों से हवाई अड्डा के बुनियादी ढांचे के विकास और रखरखाव के लिए लिया जाता है। यह शुल्क हवाई टिकट के साथ जुड़ा होता है और एयरलाइन कंपनियां इसे सीधे टिकट मूल्य में जोड़कर वसूलती हैं।
नवी मुंबई हवाई अड्डा से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए यह शुल्क टिकट की कुल कीमत को प्रभावित करेगा। घरेलू यात्राओं में ₹620 की अतिरिक्त राशि और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में ₹1225 तक की बढ़ोतरी मध्यम वर्गीय और बजट ट्रैवलर्स के लिए चिंता का विषय बन सकता है। वहीं, जो यात्री नवी मुंबई में उतरेंगे, उन्हें भी आगमन शुल्क देना होगा, जो पहले आम तौर पर केवल प्रस्थान पर लागू होता था।
हालांकि हवाई अड्डा के निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और इसके 2025 के अंत तक शुरू होने की उम्मीद है, लेकिन यूडीएफ लगाने के फैसले ने सोशल मीडिया पर भी हलचल मचा दिया है। कई यात्रियों ने इस फैसले को "जेब काटने वाला टैक्स" बताया है।
AERA का कहना है कि नवी मुंबई हवाई अड्डा एक मेगा प्रोजेक्ट है जिसमें बड़ी पूंजी लगी है। यूडीएफ से जुटाई गई राशि का उपयोग हवाई अड्डा की सुविधाओं को बनाए रखने, विस्तार करने और उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं देने के लिए किया जाएगा।
नवी मुंबई हवाई अड्डा मुंबई के हवाई यातायात का बोझ कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना है, लेकिन इसके साथ लागू किया गया यूडीएफ चार्ज यात्रियों की जेब पर सीधा असर डालेगा। यात्रा से पहले अब हर यात्री को टिकट के साथ यह अतिरिक्त बोझ भी जोड़कर देखना होगा।
