गंगापुरसिटी के पर्यावरण प्रेमियों और सामाजिक संस्थाओं के प्रयास से अब परिंदों को मिलेगा एक सुरक्षित और सुंदर आशियाना। गुजरात के प्रसिद्ध पक्षीघरों की तर्ज पर अब राजस्थान के गंगापुरसिटी में भी खाटूश्याम मंदिर के पास कुशालगढ़ पार्क में एक विशाल छह मंजिला पक्षीघर बनाया गया है। इस अनूठे पक्षीघर का निर्माण लायंस क्लब गंगापुरसिटी की ओर से कराया गया है, जिसका उद्घाटन मंगलवार को हुआ।
यह पक्षीघर न केवल पक्षियों के लिए सुरक्षित निवास स्थान है, बल्कि प्रकृति संरक्षण और जैव विविधता के प्रति लोगों को जागरूक करने का भी एक प्रेरणादायक उदाहरण है। गर्मी, सर्दी और बारिश, हर मौसम में पक्षियों को सुरक्षित आश्रय देने के उद्देश्य से इसका निर्माण किया गया है।
71 फीट ऊंचा यह पक्षीघर देखने में किसी बहुमंजिला इमारत से कम नहीं है। 6 मंजिला ढांचा और कुल 500 छोटे-छोटे घर, जो लकड़ी और पर्यावरण के अनुकूल सामग्री से बनाए गए हैं। प्रत्येक घर में लगभग 5 पक्षियों के रहने की क्षमता है, यानि यह पक्षीघर लगभग 2500 पक्षियों को आश्रय देने में सक्षम है। पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए 108 फीट लंबी, डेढ़ फीट चौड़ी गोल पानी की कैनाल भी बनाई गई है, जिसकी ऊंचाई 4 इंच है।
इस अद्वितीय परियोजना में लगभग 8 लाख रुपये की लागत आई है, जिसे लायंस क्लब ने जनसहयोग और सदस्यों के आर्थिक सहयोग से पूरा किया है। महज दो माह के भीतर इस पक्षीघर का निर्माण कार्य संपन्न हुआ है, जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।
गुजरात में ऐसे पक्षीघरों की सफलता को देखते हुए गंगापुरसिटी में यह पहल की गई है। यह पक्षीघर न केवल एक संरचना है, बल्कि यह एक संदेश है कि हम मूक जीवों की भी चिंता करें, उन्हें भी जीने का हक दें और उन्हें भी प्यार और सुरक्षा दें।
गंगापुरसिटी का यह पक्षीघर आने वाले समय में न केवल स्थानीय पक्षियों का घर बनेगा, बल्कि यह पर्यावरण प्रेमियों, विद्यार्थियों और पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र होगा।
