राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने एक संक्षिप्त पत्र जारी कर तेज प्रताप यादव को पार्टी से छह वर्षों के लिए निष्कासित करने की औपचारिक घोषणा की है। यह पत्र महज 27 शब्दों का है और इसमें लिखा गया है:
"राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के निर्देश के आलोक में तेज प्रताप यादव को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्षों के लिए निष्कासित किया जाता है।"
यह निर्णय 25 मई को राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव द्वारा तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से बाहर करने की घोषणा के सात दिन बाद आया है। लालू यादव ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा था कि तेज प्रताप का आचरण पार्टी और पारिवारिक मूल्यों के अनुरूप नहीं है, इसलिए उन्हें पार्टी और परिवार से दूर किया जा रहा है।
तेज प्रताप यादव ने इस निष्कासन के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने अपने माता-पिता के प्रति भावुक संदेश लिखा और पार्टी के अंदरूनी षड्यंत्रों का उल्लेख किया। उन्होंने लिखा:
"मेरे प्यारे मम्मी पापा... मेरी सारी दुनिया बस आप दोनों में ही समाई है। भगवान से बढ़कर हैं आप और आपका दिया कोई भी आदेश। आप हैं तो सब कुछ है मेरे पास। मुझे सिर्फ आपका विश्वास और प्यार चाहिए, ना कि कुछ और।"
इसके अलावा, तेज प्रताप ने एक अन्य पोस्ट में लिखा:
"मेरे अर्जुन से मुझे अलग करने का सपना देखने वालों, तुम कभी अपनी साजिशों में सफल नहीं हो सकोगे। कृष्ण की सेना तो तुम ले सकते हो, लेकिन खुद कृष्ण को नहीं। हर साजिश को जल्द बेनकाब करूंगा। बस मेरे भाई, भरोसा रखना, मैं हर परिस्थिति में तुम्हारा साथ दूंगा।"
इस घटनाक्रम ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है और राजद के अंदरूनी मतभेदों को उजागर किया है। अब देखना यह है कि पार्टी इस स्थिति से कैसे निपटती है और तेज प्रताप यादव का अगला कदम क्या होगा।