भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती के बाद, कई सरकारी और निजी बैंकों ने अपने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स-बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) में कमी की घोषणा की है। इस कदम से होम लोन, ऑटो लोन और अन्य ऋणों की ब्याज दरों में गिरावट आने की संभावना है, जिससे ग्राहकों को राहत मिलेगी
प्रमुख बैंकों की MCLR में कटौती
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यूको बैंक (UCO Bank): बैंक ने 10 जून 2025 से सभी टेन्योर के लिए अपने MCLR में 10 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती की है। इससे सभी प्रकार के ऋणों की ब्याज दरों में कमी आएगी।
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पंजाब नेशनल बैंक (PNB): बैंक ने मई 2025 से विभिन्न टेन्योर के लिए MCLR में कटौती की है, जिससे होम लोन की EMI में कमी आने की उम्मीद है।
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बैंक ऑफ इंडिया (BOI): बैंक ने भी अपने MCLR में संशोधन किया है, जिससे ऋण लेने वालों को लाभ होगा।
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करूर वैश्य बैंक (Karur Vysya Bank): बैंक ने अपने MCLR में कटौती की है, जिससे ग्राहकों को सस्ते ऋण मिलेंगे।
ग्राहकों के लिए लाभ
MCLR में कटौती का सीधा लाभ उन ग्राहकों को मिलेगा जिनके ऋण MCLR से जुड़े हैं। इससे उनकी मासिक किस्तों (EMI) में कमी आएगी, जिससे वित्तीय बोझ कम होगा।
RBI द्वारा रेपो रेट में कटौती के बाद बैंकों द्वारा MCLR में की गई यह कटौती ग्राहकों के लिए राहत की खबर है। इससे ऋण लेना सस्ता होगा और मौजूदा ऋणधारकों की EMI में भी कमी आएगी। हालांकि, ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने बैंक से संपर्क करके नई ब्याज दरों और उनके प्रभाव के बारे में जानकारी प्राप्त करें।