पटना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधा, हालांकि उन्होंने उनका नाम नहीं लिया। मांझी ने कहा, “जो नेता वास्तव में मजबूत होते हैं, उन्हें दिखावे की जरूरत नहीं होती। कमजोर लोग ही दिखावा करते हैं और ज्यादा बोलते हैं।” उन्होंने चिराग की रैलियों में जुटाई गई भीड़ को महज ‘दिखावे’ तक कम करार दिया ।
मांझी ने आरोप लगाया कि चिराग की रैलियों में जानबूझकर गाड़ियां भेजकर भीड़ इकट्ठी की जाती है। उन्होंने कहा, “एक जगह 20 गाड़ियां भेजी जाती हैं; दस में नारेबाज होते हैं और बाकी दस को दूसरी जगह भेज दिया जाता है।”
इसके अलावा सीट बंटवारे को लेकर मांझी ने खुलासा किया कि चुनाव से पहले उन्हें दो लोकसभा और एक राज्यसभा सीट देने का वादा किया गया था, लेकिन आखिरकार उन्हें सिर्फ एक लोकसभा सीट मिली। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद उन्होंने चुप्पी रखी क्योंकि उनकी पार्टी गठबंधन की अनुशासन और मर्यादा में विश्वास रखती है।
उन्हें आरोप था कि कुछ लोग बार‑बार बयानबाजी करके दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन HAM(S) अनुशासित स्क्रिप्ट का पालन करता है। मांझी ने यह भी इशारों में बताया कि चिराग ने इमामगंज उपचुनाव के दौरान रैली में हिस्सा नहीं लिया, जबकि उनकी बेटी-in-law दीपा मांझी वहां चुनाव जीत चुकी थीं