स्पेसएक्स का ऐतिहासिक मिशन Ax‑4, जिसमें भारतीय वायुसेना के पूर्व पायलट शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में जाने वाले थे, एक बार फिर स्थगित कर दिया गया है। पहले तो ऐसा लगा कि केवल खराब मौसम के कारण लॉन्च रोका गया है, लेकिन सच्चाई इससे कहीं ज़्यादा पेचीदा है। दरअसल, स्पेसएक्स की जांच के दौरान फाल्कन‑9 रॉकेट के ऊपरी चरण में लिक्विड ऑक्सीजन (LOx) का रिसाव पाया गया, जो किसी भी लॉन्च मिशन के लिए बेहद गंभीर तकनीकी समस्या है। यह रिसाव static-fire टेस्ट के दौरान उजागर हुआ, जब रॉकेट को ज़मीन पर ही सीमित रूप से दागा गया था ताकि इंजन सिस्टम की जांच हो सके।
यही नहीं, इंजीनियरों को रॉकेट के थ्रस्ट वेक्टर कंट्रोल (TVC) सिस्टम में भी गड़बड़ी मिली है। यह सिस्टम रॉकेट की दिशा को नियंत्रित करता है और अगर इसमें गड़बड़ी हो जाए तो पूरे मिशन की सफलता खतरे में पड़ सकती है। स्पेसएक्स के वाइस प्रेसिडेंट विलियम गर्स्टेनमेयर ने बताया कि यह वही रिसाव है जो एक पुराने मिशन के दौरान नोट किया गया था और ठीक से हल नहीं हो पाया था। कंपनी अब सिस्टम में एक purge यूनिट जोड़ रही है जो किसी भी दोबारा रिसाव को तुरंत रोक सके। इसके अलावा, TVC के खराब हिस्सों को भी बदल दिया गया है।
इस मिशन की लॉन्च विंडो पहले 29 मई थी, लेकिन उसे मौसम के कारण टाल दिया गया। फिर 8 जून को नई तारीख तय हुई, लेकिन फिर खराब मौसम ने अड़ंगा डाला। अब जब 11 जून को आखिरकार लॉन्च होने वाला था, तभी यह तकनीकी दिक्कत सामने आ गई। वर्तमान में लॉन्च की नई संभावित तारीख 12 जून है, लेकिन उस दिन भी मौसम की स्थिति पूरी तरह भरोसेमंद नहीं है—लगभग 25% जोखिम बताया गया है।
मिशन पर चार अंतरिक्ष यात्री हैं—कमांडर पैगी व्हिटसन, भारतीय पायलट शुभांशु शुक्ला, हंगरी के तिगोर कपु और पोलैंड के स्लावोश उज़नान्स्की-विश्निव्स्की। ये सभी अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर लगभग 14 दिन बिताएंगे, जहां वे विज्ञान, स्वास्थ्य और जीवन विज्ञान से जुड़े प्रयोग करेंगे। शुभांशु शुक्ला की उड़ान इसलिए भी ऐतिहासिक मानी जा रही है क्योंकि वे राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय होंगे और पहले होंगे जो एक निजी मिशन के जरिए अंतरिक्ष में कदम रखेंगे।
ISRO के अधिकारियों ने भी पुष्टि की है कि LOx रिसाव रॉकेट के propulsion bay में गर्म परीक्षण के दौरान सामने आया और यह कोई छोटी-मोटी गड़बड़ी नहीं थी। विशेषज्ञों की एक टीम ने तत्काल बैठक कर फैसला लिया कि लॉन्च को रोका जाए और समस्या पूरी तरह ठीक होने के बाद ही मिशन आगे बढ़ाया जाए।
ये लगातार देरी Ax‑4 मिशन की तकनीकी और मौसम से जुड़ी चुनौतियों को उजागर करती है। हालाँकि, स्पेसएक्स की टीम ने भरोसा जताया है कि वे जल्द ही इन समस्याओं का समाधान कर लेंगे और मिशन को सफलतापूर्वक लॉन्च किया जाएगा। शुभांशु शुक्ला जैसे भारतीय अंतरिक्ष यात्री के लिए यह मिशन न सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि है बल्कि भारत के लिए भी गौरव का क्षण होगा, जो अब अंतरिक्ष अन्वेषण के एक नए युग में प्रवेश कर रहा है।