G7 सम्मेलन के दौरान इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुई मुलाकात ने काफी चर्चा बटोरी। दोनों नेताओं की यह मुलाकात ना सिर्फ औपचारिक थी, बल्कि उसमें गर्मजोशी और पारस्परिक सम्मान की झलक भी देखने को मिली। मेलोनी ने मोदी से मुलाकात के बाद कहा कि भारत और इटली के रिश्ते लगातार मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों के बीच एक सच्ची मित्रता विकसित हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इटली भारत के साथ अपने संबंधों को और गहरा करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
इस मुलाकात के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिसमें दोनों नेता मुस्कुराते हुए और एक-दूसरे से आत्मीयता से मिलते दिखाई दे रहे हैं। लोगों ने मज़ाकिया अंदाज़ में इसे "Melodi" का नाम दिया—मेलोनी और मोदी के नामों को जोड़कर। यह नाम सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा और दोनों नेताओं की केमिस्ट्री को एक हल्के-फुल्के लेकिन सकारात्मक अंदाज़ में दर्शाने लगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेलोनी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह पूरी तरह उनसे सहमत हैं और भारत-इटली की दोस्ती भविष्य में और मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि यह साझेदारी दोनों देशों के लोगों के लिए फायदेमंद साबित होगी। यह बयान एक ट्वीट के माध्यम से दिया गया जिसमें उन्होंने मेलोनी को टैग करते हुए मित्रता के इस भाव को साझा किया।
इस मुलाकात से यह स्पष्ट है कि भारत और इटली के बीच द्विपक्षीय संबंध सिर्फ कूटनीतिक सीमाओं तक सीमित नहीं हैं, बल्कि उनमें मानवीय जुड़ाव, भरोसा और सहयोग की भावना भी शामिल है। वैश्विक मंचों पर इस तरह की मुलाकातें ना केवल रणनीतिक हितों को साधती हैं, बल्कि दोनों देशों के बीच जनभावनाओं को भी जोड़ने का काम करती हैं।