बिहार की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है। नीतीश सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने दावा किया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को करारी शिकस्त मिलेगी और पार्टी महज 25 सीटों तक सिमट जाएगी। उनका बयान ऐसे समय आया है जब राज्य में सियासी गठबंधन और सीट बंटवारे को लेकर जोरशोर से रणनीति बन रही है।
अशोक चौधरी ने कहा कि तेजस्वी यादव को अब हकीकत से समझौता कर लेना चाहिए, क्योंकि जनता अब केवल वादों पर भरोसा नहीं करती। उन्होंने तेजस्वी पर तंज कसते हुए कहा कि “तेजस्वी केवल सोशल मीडिया के नेता बनकर रह गए हैं, ज़मीनी सच्चाई से उनका कोई लेना-देना नहीं।”
उन्होंने यह भी कहा कि प्रशांत किशोर जैसे लोगों पर बयान देने की उन्हें ज़रूरत नहीं है, लेकिन तेजस्वी को दूसरों की चिंता करने के बजाय अपनी पार्टी की गिरती साख की फिक्र करनी चाहिए।
इस बयान से बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है। बता दें कि आगामी चुनाव में RJD, कांग्रेस, वामदलों जैसे सहयोगियों के साथ INDIA गठबंधन के तहत मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है, जबकि नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू, बीजेपी और अन्य सहयोगियों के साथ एनडीए में शामिल है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अशोक चौधरी का यह बयान केवल चुनावी शिगूफ़ा नहीं, बल्कि आने वाले गठबंधन समीकरणों और सीटों के बंटवारे में मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की रणनीति भी है। तेजस्वी यादव को लेकर इस तरह की तीखी टिप्पणी से साफ है कि आने वाले महीनों में बिहार की राजनीति और भी आक्रामक मोड़ लेने वाली है।