बिहार में परिवहन व्यवस्था को आधुनिक और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक बड़ा पहल किया जा रहा है। राज्य सरकार ने 700 नये बस स्टैंडों के निर्माण का निर्णय लिया है, जिससे यात्रियों को न केवल बेहतर सुविधाएं मिलेगी, बल्कि उनकी यात्रा भी अधिक सुरक्षित होगी। यह निर्णय हाल ही में परिवहन विभाग की एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में लिया गया, जिसमें यात्रियों की बढ़ती संख्या और उनके सुरक्षित आवागमन की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए इस परियोजना को मंजूरी दी गई।
परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, नए बस स्टैंडों के निर्माण से यात्रियों को सड़क किनारे या भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में बस में चढ़ने और उतरने की परेशानी से मुक्ति मिलेगी। इसके अलावा इन बस स्टैंडों पर नागरिक सुविधाएं जैसे बैठने की जगह, शौचालय, पेयजल, लाइटिंग और छाया की व्यवस्था की जायेगी। इससे न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों के लिए यात्रा करना भी अधिक सुरक्षित और आरामदायक होगा।
राज्य सरकार केवल शहरी क्षेत्रों में ही नहीं, बल्कि ग्रामीण परिवहन को भी सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रही है। इस उद्देश्य से राज्य के ग्रामीण इलाकों में 1582 नये बस स्टॉप बनाए जा रहे हैं। हर बस स्टॉप के निर्माण पर ₹1,90,300 की लागत आयेगी। अब तक 1026 बस स्टॉप का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, जबकि 231 स्थानों पर कार्य प्रगति पर है। शेष स्थानों पर जल्द ही निर्माण कार्य प्रारंभ किया जायेगा।
यह परियोजना न केवल यात्रियों के लिए उपयोगी होगी, बल्कि राज्य की परिवहन प्रणाली को भी अधिक व्यवस्थित और सुरक्षित बनाएगी। अब तक बिहार में कई स्थानों पर बसों के ठहराव के लिए समुचित व्यवस्था नहीं थी, जिससे यात्रियों को असुविधा होती थी और दुर्घटनाओं की संभावना भी बनी रहती थी। लेकिन अब यह तस्वीर बदलने जा रही है।
इस परियोजना के जरिए न केवल यात्री सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी, बल्कि राज्य में निर्माण कार्य से जुड़े कई लोगों को रोजगार भी मिलेगा। श्रमिकों, कारीगरों और निर्माण सामग्री विक्रेताओं के लिए यह एक सुनहरा अवसर साबित हो सकता है।
बिहार सरकार की यह पहल प्रदेश को एक नई दिशा देने जा रही है। जब यात्रीगण सुरक्षित और सुविधा सम्पन्न यात्रा का अनुभव करेंगे, तो निश्चित ही राज्य की छवि और विकास की गति को भी नया बल मिलेगा। परिवहन क्षेत्र में यह क्रांतिकारी बदलाव आने वाले वर्षों में बिहार को देश के अग्रणी राज्यों की सूची में शामिल करने में सहायक सिद्ध हो सकता है।
