10 अगस्त तक - अथमलगोला, फतुहा और करौटा में रुकेगी - दो ट्रेन

Jitendra Kumar Sinha
0

  


सावन का पवित्र महीना शुरू होते ही पूरे बिहार में श्रद्धा और आस्था का माहौल बन चुका है। विशेषकर श्रावणी मेले के दौरान कांवड़ियों और शिवभक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलता है। इस बढ़ती भीड़ और यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने एक सराहनीय कदम उठाया है। अब धनबाद-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस और टाटा-बक्सर एक्सप्रेस दो प्रमुख ट्रेनें अथमलगोला, फतुहा और करौटा जैसे स्टेशनों पर अस्थायी रूप से रुकेगी। यह सुविधा 10 अगस्त तक लागू रहेगी।

श्रावणी मेला के दौरान हर साल हजारों की संख्या में शिवभक्त सुल्तानगंज से जल लेकर देवघर तक की कठिन यात्रा करते हैं। इस दौरान कई भक्त बिहार के ग्रामीण इलाकों से सफर तय करते हैं। इन यात्रियों को अक्सर छोटे स्टेशनों पर ट्रेनों के न रुकने की वजह से दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। रेलवे ने इस समस्या को समझते हुए इस बार फतुहा, करौटा और अथमलगोला जैसे स्टेशनों पर दो महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव देने का फैसला लिया है।

धनबाद-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन फतुहा और अथमलगोला स्टेशनों पर रुकेगी। यह उन यात्रियों के लिए बड़ी राहत होगी जो पटना की ओर यात्रा कर रहे हैं। टाटा-बक्सर एक्सप्रेस ट्रेन अथमलगोला और करौटा स्टेशनों पर ठहरेगी। इससे बक्सर की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी।

रेलवे के इस निर्णय से स्थानीय निवासियों और जनप्रतिनिधियों ने खुशी जताई है। अथमलगोला और करौटा जैसे छोटे स्टेशनों पर ट्रेनों का ठहराव मिलना आमतौर पर दुर्लभ होता है, लेकिन श्रावणी मेले जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक अवसर पर ऐसा निर्णय स्वागत योग्य है। स्थानीय व्यापारियों को भी इससे लाभ होने की उम्मीद है क्योंकि यात्रियों की संख्या बढ़ने से स्थानीय बाजारों में रौनक बढ़ेगी।

रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा के दौरान नियमों का पालन करें, स्टेशन परिसर में साफ-सफाई बनाए रखें और ट्रेन में चढ़ते-उतरते समय सावधानी बरतें। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बल भी तैनात रहेंगे।

श्रावणी मेले के अवसर पर रेलवे द्वारा की गई यह व्यवस्था न सिर्फ धार्मिक भावनाओं का सम्मान है, बल्कि व्यावहारिक दृष्टिकोण से भी एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल उन यात्रियों के लिए राहत लेकर आई है जो अब तक लंबी दूरी तय कर बड़े स्टेशनों से ट्रेन पकड़ने को मजबूर थे।



एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Ok, Go it!
To Top