राज्य की राजधानी पटना में अपराध पर नकेल कसने और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए प्रशासन ने बड़ी पहल की है। शहर में 27 प्रमुख स्थानों पर हाईटेक चेकपोस्ट तैयार किया जा रहा हैं, जो एक अगस्त तक पूरी तरह से कार्यरत हो जायेगा। इन चेकपोस्टों के माध्यम से न सिर्फ आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी, बल्कि अवैध गतिविधियों और वाहन संचालन पर भी कड़ी नजर रखा जा सकेगा।
इन चेकपोस्टों का निर्माण फाइबर सामग्री से किया जा रहा है ताकि वह हल्का, टिकाऊ और मोबाइल हो। जरूरत पड़ने पर इन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित भी किया जा सके। इसके अतिरिक्त, हर चेकपोस्ट पर पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित किया जायेगा, जो चौबीसों घंटा निगरानी करेगा।
इन चेकपोस्टों की खासियत यह होगी कि यहां एएनपीआर (ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर) कैमरे लगाए जाएंगे। इन कैमरों की मदद से हर गुजरने वाले वाहन की नंबर प्लेट स्कैन किया जायेगा । किसी भी संदिग्ध वाहन की सूचना तुरंत कंट्रोल रूम को भेज दिया जायेगा, जिससे त्वरित कार्रवाई संभव होगा। यह कैमरा अपराधियों की पहचान और उनके मूवमेंट को ट्रैक करने में बेहद सहायक सिद्ध होगा।
सड़क सुरक्षा और वाहन चेकिंग को और प्रभावी बनाने के लिए शहर के विभिन्न इलाकों में 1000 वाहन चेकिंग ट्रॉलियां लगाई जाएंगी। खनन विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जा रही ये ट्रॉलियां पुलिस को तेज और प्रभावी जांच में मदद करेगा। अवैध खनन या ओवरलोडेड वाहनों पर भी इन ट्रॉलियों की मदद से निगरानी रखा जा सकेगा।
अवैध वाहनों और अपराधियों पर सख्त निगरानी के लिए 50 चिह्नित स्थानों पर ऑटोमैटिक नंबर प्लेट पहचानने वाले कैमरा लगाया जायेगा। यह कैमरा सीधे पुलिस नियंत्रण कक्ष से जुड़ा रहेगा, जिससे तत्काल अलर्ट जारी किया जा सकेगा।
प्रशासन ने जिन प्रमुख स्थानों पर चेकपोस्ट बनाने का निर्णय लिया है उनमें दीदारगंज राघोपुर पुल, करमलीचक, पहाड़ी मोड़, भूतनाथ रोड, खेमनीचक, जगनपुरा मोड़, सिपारा, सरिस्ताबाद, बेऊर मोड़, हाथीदाना मोड़, कैंट एरिया, एम्स गोलंबर, आर ब्लॉक, गांधी सेतु, जेपी सेतु, गंगा पथ दीघा गोलंबर, गायघाट, मोगलपुर टीओपी आदि प्रमुख हैं।
यह पहल न केवल सुरक्षा को लेकर आमजन में विश्वास पैदा करेगा, बल्कि अपराधियों के लिए भी एक सख्त संदेश होगा। आने वाले दिनों में यदि यह योजना सफल होता है तो अन्य जिलों में भी इसी तर्ज पर कार्यवाही किया जा सकता है। प्रशासन की यह पहल अपराधमुक्त और सुरक्षित पटना की दिशा में एक मजबूत कदम माना जा रहा है।
