जापान का “एशिमा ओहाशी ब्रिज” (Eshima Ohashi Bridge) इंजीनियरिंग का चमत्कार है, दूर से देखने पर यह किसी ऊंचे रोलर कोस्टर की तरह नजर आता है, जिसकी चढ़ाई इतनी खड़ी लगती है कि रोंगटा खड़ा हो जाता हैं। “एशिमा ओहाशी ब्रिज” जापान के मात्सु और साकीमिनाटो शहर को जोड़ता है, जो शिमाने और टोट्टोरी प्रांतों में स्थित हैं। यह पुल ‘नाका उमी झील’ (Lake Nakaumi) पर बना हुआ है, जो इस क्षेत्र की दूसरी सबसे बड़ी झील है।
“एशिमा ओहाशी ब्रिज” की कुल लंबाई 1.7 किलोमीटर है और इसकी ऊंचाई 44 मीटर तक पहुंचती है। यह पुल दो लेन का है और इसकी चढ़ाई का ग्रेड (ढाल) लगभग 6.1% है। हालांकि यह सुनने में सामान्य लगता है, लेकिन जब इसे दूर से देखते हैं तो यह किसी ऊंची दीवार जैसी सीधी खड़ी चढ़ाई जैसा नजर आता है। इस खड़ी बनावट का कारण भी बड़ा दिलचस्प है, इस पुल के नीचे से बड़े-बड़े मालवाहक जहाज गुजरते हैं। इसीलिए इसे इतना ऊंचा बनाया गया है कि जहाजों को पुल के कारण रास्ता बदलना न पड़े।
पहली बार इस ब्रिज को देखने पर, किसी खतरनाक एडवेंचर राइड जैसा लगता है। वाहन चालकों को ऐसा लगता है कि गाड़ी चढ़ाने के बाद कहीं नीचे फिसल न जाए। हकीकत में इस पुल पर चलना उतना खतरनाक नहीं है जितना यह दिखता है। इसकी बनावट और सुरक्षा मानक जापान की तकनीकी कुशलता को दर्शाता है।
“एशिमा ओहाशी ब्रिज” को उस समय ज्यादा प्रसिद्धि मिली जब इसके कुछ फोटो और वीडियो इंटरनेट पर वायरल हुए। खासकर एक कोण से खींची गई तस्वीरें इतनी डरावनी लगती हैं कि लोग इसे "डेथ ब्रिज" यानि "मौत का पुल" कहने लगे। जबकि असलियत में यह पुल जापान के सबसे सुरक्षित और टिकाऊ पुलों में से एक है।
