बिहार के युवा अब बॉलीवुड या अन्य बड़े फिल्म स्कूलों का रुख किए बिना अपने ही राज्य में फिल्म निर्माण (Film Making) की पेशेवर शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। “आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी (AKU)” ने इस शैक्षणिक सत्र से फिल्म मेकिंग में पीजी डिप्लोमा कोर्स शुरू कर एक नया आयाम जोड़ा है। यह पहल बिहार की मीडिया और सिनेमा शिक्षा को एक नई दिशा देने के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।
एकेयू के स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन की ओर से शुरू किया गया “एक वर्षीय पीजी डिप्लोमा इन फिल्म मेकिंग” कोर्स में विद्यार्थियों को फिल्म निर्माण के हर महत्वपूर्ण पहलू की व्यावहारिक जानकारी दी जाएगी। इसमें डायरेक्शन (निर्देशन), सिनेमैटोग्राफी (कैमरा संचालन और दृश्य शैली), स्क्रिप्ट राइटिंग (कहानी और संवाद लेखन), एडिटिंग (संपादन कला) और प्रोडक्शन (निर्माण प्रक्रिया) पर विशेष प्रशिक्षण होगा। इस तरह का समग्र और व्यावहारिक पाठ्यक्रम बिहार के छात्रों को फिल्म जगत में आत्मनिर्भर और सक्षम बनाएगा।
इस कोर्स में किसी भी विषय में स्नातक डिग्री प्राप्त युवा आवेदन कर सकता है। इसका मतलब यह है कि चाहे आपने कला, विज्ञान या वाणिज्य में स्नातक किया हो, अगर आपकी रुचि फिल्म निर्माण में है, तो यह कोर्स आपके लिए खुला है।
इस कोर्स के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 10 अगस्त 2025 निर्धारित किया गया है। इच्छुक छात्र एकेयू की आधिकारिक वेबसाइट akubihar.ac.in पर जाकर या विभाग में आकर सीधे आवेदन कर सकता हैं।
बिहार जैसे राज्य में, जहां युवा प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, वहां फिल्म मेकिंग जैसे रचनात्मक क्षेत्र में उच्चस्तरीय शिक्षा की यह पहल न केवल राज्य के छात्रों को आगे बढ़ने का अवसर देगा, बल्कि यहां की सांस्कृतिक और सामाजिक कहानियों को भी राष्ट्रीय मंच पर लाने में सहायक होगा।
यह कोर्स उन युवाओं के लिए एक सुनहरा मौका है जो कैमरे के पीछे की दुनिया में करियर बनाना चाहते हैं, अपने विचारों को दृश्य रूप में दुनिया के सामने लाना चाहते हैं।
एकेयू की यह पहल बिहार में मीडिया शिक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति का संकेत है। यह कोर्स न केवल रोजगार के नए अवसर खोलेगा, बल्कि रचनात्मकता और तकनीकी दक्षता के संगम से राज्य को प्रतिभावान फिल्म निर्माताओं का उपहार देगा।
