पुर्तगाली स्थापत्य इतिहास का प्रतीक है - “सपनों का महल”

Jitendra Kumar Sinha
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Portugal's Pena Palace is voted the eighth most spectacular architectural  work in the world — idealista/news


यूरोप की वास्तुकला में कुछ ऐसे भवन हैं जो न सिर्फ देखने में भव्य लगते हैं, बल्कि इतिहास, कला और संस्कृति की एक गहराई को भी अपने भीतर समेटे हुए होते हैं। पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन से कुछ ही दूरी पर स्थित सिंत्रा की पहाड़ियों पर बना पेना नेशनल पैलेस (Palácio Nacional da Pena) एक ऐसा ही अद्भुत स्थापत्य चमत्कार है। इसे देखना किसी परीकथा के महल की झलक पाने जैसा है। एक ऐसा स्वप्निल स्थल जहां रंग, रूप, डिजाइन और इतिहास एक साथ जीवंत हो उठता हैं।

पेना पैलेस को 1836 में पुर्तगाल के राजा फर्डिनेंड द्वितीय की प्रेरणा से बनवाया गया था। इसके वास्तुकार जर्मन इंजीनियर विल्हेल्म लुडविग वॉन एशवेगे और पुर्तगाली शिल्पकार निकोलाउ पिरेस थे। इस महल की खास बात है इसकी बहुशैली वास्तुकला जिसमें गोथिक, मूरिश और मैनुएलिन शैलियों का अनूठा मिश्रण देखने को मिलता है। गोथिक शैली की नुकीली मेहराबें, मूरिश स्थापत्य के इस्लामी प्रभाव वाले मेहराब और खिड़कियाँ, तथा मैनुएलिन शैली की समुद्री प्रतीकात्मकता, यह सब पेना पैलेस को एक अद्वितीय सौंदर्य प्रदान करता है।

पेना पैलेस की सबसे पहली झलक ही उसे बाकी महलों से अलग करता है। इसके गुंबदों, दीवारों और छज्जों पर प्रयुक्त चमकीला रंग पीला, लाल, नीला और बैंगनी  इसे स्वप्नलोक जैसा बना देता है। यह रंगों का चयन महल को न सिर्फ जीवंत बनाता है, बल्कि पहाड़ियों के हरित परिदृश्य के साथ एक अप्रतिम दृश्य सौंदर्य भी रचता है।

महल के अंदरूनी हिस्सों में 'ट्रॉम्प-लोय' (Trompe-l'œil) तकनीक का प्रयोग किया गया है। यह एक फ्रेंच चित्रकला शैली है जिसमें चित्रों को इस प्रकार बनाया जाता है कि वे तीन-आयामी (3D) प्रतीत होता है। पेना पैलेस की छतें, दीवारें और सजावटें इस तकनीक से सजी हैं, जिससे हर कोना एक दृष्टि भ्रम उत्पन्न करता है जैसे दीवारों में गहराइयाँ हों या छतें आकाश को छूती हों।

पेना पैलेस को यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया है। यह महल न केवल पुर्तगाल की राजसी विरासत को दर्शाता है, बल्कि यह उस युग का भी साक्षी है जब यूरोप में पुनर्जागरण के बाद की कल्पनाशीलता वास्तुकला में स्थान ले रही थी। यह महल पुर्तगाली पहचान, कला, इंजीनियरिंग और रचनात्मकता का एक सजीव प्रतीक बन चुका है।

पेना नेशनल पैलेस केवल ईंट-पत्थरों का ढांचा नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा स्थल है जो इतिहास, कल्पना और सौंदर्य का संगम है। यह महल याद दिलाता है कि स्थापत्य सिर्फ निर्माण नहीं, बल्कि संस्कृति का दृश्य अनुवाद होता है। 



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