बिहार की राजधानी पटना को जल्द ही एक नया और अनूठा तोहफा मिलने जा रहा है। परिवहन विभाग ने पटना के मरीन ड्राइव कहे जाने वाले जेपी गंगा पथ के किनारे एक अत्याधुनिक ट्रैफिक पार्क बनाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। यह पार्क न केवल शहर की सुंदरता में चार चांद लगाएगा, बल्कि सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने में भी मील का पत्थर साबित होगा। विभाग ने जिला प्रशासन को इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए जमीन चिह्नित करने का निर्देश दिया है और उम्मीद है कि चालू वित्तीय वर्ष में ही इसका निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
यह पहल राज्य भर में ट्रैफिक पार्कों का एक नेटवर्क स्थापित करने की बिहार सरकार की व्यापक योजना का हिस्सा है। परिवहन विभाग का मानना है कि प्रत्येक जिले में एक ट्रैफिक पार्क का होना अनिवार्य है, जहां नागरिक, विशेषकर युवा और बच्चे, यातायात के नियमों और संकेतों को एक ही स्थान पर आसानी से और मनोरंजक तरीके से समझ सकेंगे।
प्रस्तावित ट्रैफिक पार्क को एक वास्तविक यातायात परिवेश के लघु मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसमें बच्चों और युवाओं को व्यावहारिक ज्ञान देने के लिए विशेष व्यवस्था होगी।
पार्क के अंदर सड़कों का एक छोटा नेटवर्क बनाया जाएगा, जिसमें ट्रैफिक सिग्नल, जेबरा क्रॉसिंग, यू-टर्न और गोलंबर जैसी संरचनाएं होगी।
लोगों को बेहतर ढंग से समझाने के लिए यहां छोटे फुट ओवर ब्रिज, डमी इमारतें, स्कूल और बस स्टॉप के मॉडल भी स्थापित किया जाएगा।
सड़क पर लगे विभिन्न चेतावनी, सूचनात्मक और आदेशात्मक संकेतों और चिह्नों को उनकी विस्तृत जानकारी के साथ प्रदर्शित किया जाएगा।
एक क्लासरूम भी बनाया जाएगा, जहां प्रोजेक्टर और साउंड सिस्टम की मदद से लोगों को सड़क सुरक्षा पर फिल्में और प्रेजेंटेशन दिखाया जायेगा।
इस ट्रैफिक पार्क की सबसे बड़ी विशेषता यह होगी कि यहां बच्चों को किताबी ज्ञान के बजाय खेल-खेल में यातायात के नियम सिखाया जाएगा। वे साइकिल चलाते हुए, पैदल चलकर इन नियमों का पालन करने का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त कर सकेंगे। इससे न केवल उनके मन में ट्रैफिक नियमों के प्रति सम्मान बढ़ेगा, बल्कि वे भविष्य के जिम्मेदार नागरिक भी बनेंगे।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार, जेपी गंगा पथ पर इस पार्क का निर्माण शहरवासियों के लिए एक बड़ा आकर्षण होगा। मरीन ड्राइव पर घूमने आने वाले लोग और उनके बच्चे यहां आकर यातायात के गुर सीख सकेंगे। यह कदम सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और एक सुरक्षित यातायात संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में सरकार का एक महत्वपूर्ण और सकारात्मक प्रयास है। इस पार्क के बन जाने से पटना न केवल एक खूबसूरत शहर के रूप में उभरेगा, बल्कि सड़क सुरक्षा जागरूकता के मामले में भी एक मिसाल कायम करेगा।

