महाराष्ट्र विधानसभा में जिस मंत्री का रमी खेलने का वीडियो वायरल हुआ है, उन्होंने अब सरकार को खुलेआम “भिखारी” तक कह दिया है। एक ओर विपक्ष और जनता में इस मुद्दे को लेकर आक्रोश है, वहीं मंत्री का कहना है कि सरकार के पास अपनी स्थिति सुधारने की कोई क्षमता नहीं बची है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार वसीयत की तरह चली जा रही है, उन पर किसी का नियंत्रण नहीं रहा।
इससे पहले वायरल क्लिप में मंत्री विधानसभा की कार्यवाही के दौरान रमी खेलते दिखे थे, जिससे भारी आलोचना उठी और उनकी नैतिकता पर सवाल खड़े हो गए। उन्होंने खुद क्षमायाचना भी की लेकिन यह विवाद अभी थमा नहीं है। अब उन्होंने हद पार करते हुए सरकार तक को बेहद सम्मानहीन संबोधन दे डाला है, जिसने राजनीतिक गलियारों में तहलका मचा दिया है। विपक्ष इसे “गंभीर” और “अनुचित” बताते हुए ईमानदारी की मांग कर रहा है।
इस घटना ने राज्य सरकार की छवि को नुकसान पहुंचाया है और ऐसे समय में जब जनता उम्मीद करती है कि मंत्री और विधायक अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से निभाएं। अब सवाल यह है कि सरकार इस पर क्या कार्रवाई करेगी—क्या उन्हें गौरवशाली बचाव पेश करेंगे और इसे समझौता समझा जाएगा, या फिर मंत्री की इन टिप्पणियों से राजनीतिक तूफान खड़ा हो जाएगा?
