बिहार विधानसभा में बुधवार को ऐसा सियासी तांडव हुआ कि चर्चा का सुर उजागर हो गया। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विपक्षी नेता तेजस्वी यादव के बीच तीखी बातचीत ने सदन को झकझोर दिया। तेजस्वी ने विधानसभा में चायज़ बेचने जैसा माहौल बताया, और सीधे सम्राट पर निशाना साधा—"आपके पिता ने मुख्यमंत्री के खिलाफ rally में क्या भाषा अपनाई, आप मौजूद थे," उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा।
सम्राट चौधरी तुरंत पलटवार करते हुए बोले, “आपके पिता ने बिहार को लूटा। गरीबों को लूटा, पूरे राज्य का कलेक्शन कर लिया।” उन्होंने तेजस्वी के उस सवाल को चुनौती दी कि तेजस्वी पिछले चुनाव किस पार्टी से जीते थे—“आप हमारी पार्टी से जीते थे, अब आप हार के मुक़द्दर से हारने वाले हो”।
तेजस्वी ने भी पीछे नहीं हटे—“कम से कम मैंने गाली नहीं दी,” उन्होंने नियंत्रण खोया हुआ सियासी तंजिका में कहा। हिन्दुस्तानी राजनीति के इस ‘फादर-वर्सेज’-डिबेट ने विधानसभा की गरिमा को सवालों की निगाह में ला खड़ा किया। यह हंगामा दर्शाता है कि बिहार की राजनीतिक लड़ाइयाँ अब औपचारिक आरोप-प्रत्यारोप से कहीं आगे, निजी और पारिवारिक स्तर तक घूम गई हैं।
