बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है। राजद नेता और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने अपने विधानसभा क्षेत्र हसनपुर का दौरा किया और वहां की जनता से सीधे संवाद स्थापित किया। इस दौरे में उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए किए गए कार्यों का ज़िक्र करते हुए जनता को भरोसा दिलाया कि वे अपने वादों पर खरे उतरेंगे। तेज प्रताप ने ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों, पुलों और अन्य आधारभूत ढाँचों के विकास का हवाला देते हुए कहा कि उनका मकसद सिर्फ चुनाव जीतना नहीं, बल्कि जनसेवा करना है।
दौरे के दौरान तेज प्रताप यादव ने आम लोगों से मुलाकात की, समस्याएँ सुनीं और उनका समाधान करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि कुछ वर्षों पहले जिस हसनपुर की हालत बेहद खराब थी, आज वहाँ सड़कों से लेकर स्कूलों तक में सुधार हुआ है। उन्होंने यह भी दावा किया कि इस विकास की वजह से ही जनता का उनके प्रति विश्वास बढ़ा है।
हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि क्या वे आगामी विधानसभा चुनाव में फिर से हसनपुर से चुनाव लड़ेंगे, तो उन्होंने साफ़-साफ़ कुछ नहीं कहा। उनका जवाब कूटनीतिक था – “समय आने पर बताया जाएगा।” इस बयान से अटकलें तेज़ हो गई हैं कि क्या वे इस बार किसी दूसरी सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं या पार्टी में किसी अंदरूनी बदलाव का संकेत दे रहे हैं।
तेज प्रताप ने मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने बिहार में बढ़ते अपराध और बिगड़ती क़ानून व्यवस्था को लेकर सरकार की आलोचना की। उनका कहना था कि राज्य की जनता अब बदलाव चाहती है और आने वाले चुनाव में नीतीश सरकार का पतन तय है। तेज प्रताप ने दावा किया कि जनता अब “विकास के नाम पर ठगी” को पहचान चुकी है और सही विकल्प की तलाश में है।
तेज प्रताप का यह दौरा महज एक राजनीतिक यात्रा नहीं, बल्कि आगामी चुनावों की तैयारी का हिस्सा माना जा रहा है। उनकी लगातार सक्रियता, जनता से संवाद और क्षेत्र में उपस्थिति यह साफ़ संकेत देती है कि वे चुनावी रण में पूरी ताकत के साथ उतरने वाले हैं। हालांकि, पार्टी के भीतर उनके प्रभाव को लेकर कई बार सवाल उठते रहे हैं, और हाल ही में उन्हें लेकर यह अफवाह भी फैली थी कि उन्हें पार्टी से निकाला जा सकता है। लेकिन तेज प्रताप ने इन अटकलों पर कोई टिप्पणी नहीं की, बल्कि अपने काम पर ध्यान केंद्रित रखने का संदेश दिया।
हसनपुर में उनके दौरे को लेकर लोगों में मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कुछ लोगों ने उनके विकास कार्यों की तारीफ़ की, तो कुछ ने यह भी कहा कि चुनाव के समय ही नेता सक्रिय होते हैं। लेकिन एक बात तय है – तेज प्रताप यादव अपने अंदाज़ और भाषणों से जनता के बीच चर्चा का विषय जरूर बने हुए हैं।
चुनाव से पहले इस तरह की यात्राएँ और जनता से सीधा संवाद यह दिखाता है कि तेज प्रताप यादव अपनी राजनीतिक छवि को मज़बूत करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। हसनपुर में उनका यह दौरा आने वाले समय में किस तरह का राजनीतिक परिणाम लाएगा, यह तो वक्त बताएगा, लेकिन अभी इतना तय है कि राजद के इस युवा चेहरे ने फिर से मैदान में उतरने का संकेत दे दिया है।
