अटल पेंशन योजना में जुड़ेंगे स्वनिधि योजना के लाभार्थी

Jitendra Kumar Sinha
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देश में गरीब और निम्न आय वर्ग के लिए सरकार लगातार नई योजनाएं लेकर आ रही है। अब प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना (PM SVANidhi) के लाभार्थियों के लिए एक और खुशखबरी सामने आई है। पेंशन निधि विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (PFRDA) के चेयरमैन एस. रमन ने सोमवार को घोषणा की है कि स्वनिधि योजना से जुड़े लाभार्थियों को अटल पेंशन योजना (APY) के दायरे में लाया जाएगा। इसका सीधा लाभ उन लाखों रेहड़ी-पटरी और छोटे व्यापारियों को मिलेगा, जो अब न केवल कारोबार के लिए आसान ऋण ले सकेंगे बल्कि भविष्य में निश्चित पेंशन की सुरक्षा भी पा सकेंगे।

प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना 2020 में कोविड-19 महामारी के दौरान शुरू की गई थी। इसका मकसद देश के रेहड़ी-पटरी वालों, ठेला चलाने वालों और छोटे दुकानदारों को सस्ता और आसान कर्ज उपलब्ध कराना था। इस योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को बिना किसी गारंटी या जमानत के 50,000 रुपये तक का ऋण किस्तों में दिया जाता है। यह राशि उन्हें अपने छोटे व्यवसाय को बढ़ाने और जीवनयापन को बेहतर बनाने में मदद करता है।

अटल पेंशन योजना (APY) एक सामाजिक सुरक्षा योजना है, जिसे खासकर असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए शुरू किया गया था। इस योजना में 18 से 40 वर्ष तक का कोई भी व्यक्ति नामांकन करा सकता है। मासिक अंशदान के आधार पर 60 वर्ष की आयु पूरी होने के बाद लाभार्थी को 1,000 रुपये से लेकर 5,000 रुपये तक की मासिक पेंशन मिलता है।

अब जब स्वनिधि योजना के लाभार्थियों को APY से जोड़ा जाएगा तो इसका मतलब यह होगा कि ये रेहड़ी-पटरी वाले न केवल कामकाजी जीवन में आर्थिक मदद पाएंगे बल्कि वृद्धावस्था में भी उन्हें एक निश्चित पेंशन मिलेगा। यह कदम उनके भविष्य की सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा को और मजबूत करेगा।

यह कदम दर्शाता है कि सरकार केवल तात्कालिक राहत तक सीमित नहीं है बल्कि लंबी अवधि तक गरीब और असंगठित वर्ग की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहती है। पहले छोटे व्यापारियों को स्वनिधि योजना से आसान कर्ज की सुविधा दी गई और अब उन्हें पेंशन योजना से जोड़ा जा रहा है। इससे यह वर्ग न केवल आत्मनिर्भर बनेगा बल्कि वृद्धावस्था में सम्मानजनक जीवन जी सकेगा।

स्वनिधि योजना और अटल पेंशन योजना का यह आपसी जुड़ाव देश के असंगठित वर्ग के लिए मील का पत्थर साबित होगा। अब तक पेंशन का लाभ मुख्य रूप से संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों को मिलता था, लेकिन इस पहल से देश का सबसे मेहनतकश तबका,  रेहड़ी-पटरी वाले, छोटे दुकानदार और ठेले वाले, भी भविष्य की आर्थिक सुरक्षा से जुड़ जाएंगे। यह निस्संदेह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उस सोच की झलक है जिसमें गरीब से गरीब व्यक्ति को भी सामाजिक सुरक्षा का हकदार बनाया जा रहा है। यह योजना आने वाले समय में लाखों परिवारों को न केवल आज का सहारा देगी, बल्कि कल के लिए भी मजबूत नींव रखेगी।



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