थाईलैंड का ईसान क्षेत्र अपनी सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। इन्हीं अद्भुत प्राकृतिक चमत्कारों में से एक है ‘हिम सम वान’, जिसे लोग प्यार से “थ्री व्हेल रॉक” के नाम से जानते हैं। यह स्थल न केवल भूगर्भीय दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि अपनी अनोखी आकृति और मनमोहक दृश्यों के कारण हर पर्यटक के दिल में विशेष स्थान बना लेता है।
“थ्री व्हेल रॉक” तीन विशाल लाल-भूरी चट्टानों का समूह है, जो दूर से देखने पर बिल्कुल व्हेल मछलियों जैसा दिखाई देता है। अंतर बस इतना है कि यह ‘व्हेल’ गहरे समुद्र में नहीं, बल्कि हरे-भरे उष्णकटिबंधीय जंगलों के ऊपर तैरती प्रतीत होती हैं। इसकी सतह पर खड़े होकर ऐसा महसूस होता है मानो प्रकृति की गोद में किसी समुद्री जहाज के डेक पर खड़े हों और चारों ओर हरियाली का अथाह सागर फैला हो।
भूवैज्ञानिक मानते हैं कि यह चट्टानें लगभग 7.5 करोड़ साल पुरानी हैं। लंबे समय में हवा, बारिश और मौसम के अन्य प्रभावों ने इन्हें इस अद्भुत आकार में तराशा है। यह स्थल न केवल पर्यटकों बल्कि शोधकर्ताओं के लिए भी खास महत्व रखता है, क्योंकि यहां की चट्टानों की संरचना धरती के प्राचीन इतिहास की गवाही देती है।
“थ्री व्हेल रॉक” पर चढ़ने का अनुभव बेहद रोमांचक है। ऊपर पहुंचकर पूर्व दिशा में फैले घने जंगल, नीचे मेकांग नदी के किनारे के सुनहरे तट और दूर लाओस के पाक्काडिंग पर्वतों की श्रृंखला एक साथ दिखाई देती है। सुबह के समय यहां सूर्योदय का दृश्य इतना अद्भुत होता है कि ऐसा लगता है जैसे सूरज की किरणें इन चट्टानों के बीच से फूटकर जंगल को सुनहरे रंग में रंग रही हों।
यह स्थल रोमांच प्रेमियों, फोटोग्राफरों और प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। यहां तक पहुंचने के लिए थोड़ी पैदल यात्रा करनी पड़ती है, जिसमें रास्ते में स्थानीय वनस्पतियां, रंग-बिरंगे पक्षी और ताजी हवा स्वागत करता है। बारिश के मौसम में यहां की हरियाली और भी घनी और मनमोहक हो जाती है।
थाईलैंड सरकार और स्थानीय समुदाय इस अद्भुत स्थल के संरक्षण के लिए सजग हैं। यहां आने वाले पर्यटकों से अपील किया जाता है कि वे प्राकृतिक संतुलन बनाए रखने के लिए कचरा न फैलाएं और चट्टानों को नुकसान न पहुंचाएं।
“थ्री व्हेल रॉक” सिर्फ एक पर्यटन स्थल नहीं है, बल्कि धरती के करोड़ों वर्षों के इतिहास का जीवंत प्रमाण है। यह प्रकृति का वह अनमोल तोहफा है, जो सिखाता है कि समय और प्रकृति मिलकर कैसा अद्वितीय कृतियां रच सकता है।
