डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा कदम उठाते हुए ऐलान किया है कि वह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को आमने-सामने बैठाकर बातचीत कराएंगे। ट्रंप का कहना है कि यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए सीधी वार्ता ही एकमात्र रास्ता है और अमेरिका इस प्रक्रिया का नेतृत्व करेगा। हाल ही में वाइट हाउस में ट्रंप ने जेलेंस्की और सात यूरोपीय नेताओं के साथ लंबी चर्चा की थी। इसी के बाद उन्होंने पुतिन को फोन कर एक त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन की नींव रखी।
इस पूरे घटनाक्रम के पीछे उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस, विदेश मंत्री मार्को रुबियो और विशेष दूत स्टीव विटकॉफ सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं, जो मास्को और कीव से लगातार बातचीत कर रहे हैं। ट्रंप की पहल उस मुलाकात के बाद सामने आई है जिसमें उन्होंने 15 अगस्त को अलास्का स्थित एंकोरेज सैन्य अड्डे पर पुतिन से गुप्त वार्ता की थी।
ट्रंप का कहना है कि अब वक्त आ गया है जब रूस और यूक्रेन दोनों को बातचीत की मेज पर बैठना चाहिए, क्योंकि लंबे समय तक चले इस युद्ध ने न केवल दोनों देशों बल्कि पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा पर गहरा असर डाला है। उन्होंने यूरोपीय नेताओं से चर्चा में इस बात पर जोर दिया कि अगर शांति समझौता होता है तो अमेरिका यूक्रेन की सुरक्षा गारंटी देने के लिए भी तैयार रहेगा।
यह पहल ट्रंप की कूटनीतिक छवि को मज़बूत करती है, लेकिन असली चुनौती अब इस बात में है कि क्या पुतिन और जेलेंस्की दोनों इस वार्ता के लिए तैयार होते हैं और क्या इस बैठक से सच में युद्ध समाप्त करने की राह निकल पाएगी।
