बिहार चुनाव से पहले एनडीए के घटक दल राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) की नाराजगी अब खुलकर सामने आई है। भाजपा के साथ सीट बंटवारे में फेरबदल की सूचना मिलने से रालोमो मंगलवार देर रात से असहज हो गया। खबर है कि महुआ सीट अब लोजपा (आर) को दी जा रही है, जबकि दिनारा सीट जदयू को दी जाएगी, जो पहले रालोमो को मिली जानकारियों में शामिल नहीं था।
रालोमो ने अपनी नाराजगी जताते हुए अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि वे भाजपा या किसी अन्य NDA प्रत्याशी के नामांकन का समर्थन न करें। इसके चलते रालोमो के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, पटना से सासाराम जाते वक्त बीच रास्ते ही लौट गए।
रालोमो का आरोप है कि दिल्ली में हुई सीट बंटवारे की बैठक में उन्हें छह सीटें देने की सहमति हुई थी; लेकिन बाद में इनमे फेरबदल कर दिए गए। वह पहले ही छह सीटों पर अपनी दावेदारी ठोक चुके थे — सासाराम, मधुबनी, दिनारा, बाजपट्टी, महुआ और उजियारपुर।
रालोमो ने महुआ सीट पर उपेंद्र कुशवाहा के पुत्र दीपक कुशवाहा को प्रत्याशी बनाना चाहा था, और दिनारा सीट पर आलोक सिंह को उतारना चाहा था। लेकिन जब महुआ सीट लोजपा को देने की सूचना मिली, तो पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। पार्टी ने कहा कि यदि सीटों में ऐसा बदलाव किया जाएगा तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
रालोमो के राष्ट्रीय महासचिव फजल इमाम मल्लिक ने कहा कि पहले ही उन्हें सिर्फ छह सीटें दी गई हैं और उनमें भी बदलाव स्वीकार्य नहीं होगा।
