हनुमान नगर और कंकड़बाग क्षेत्र के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। आंबेडकर चौक, हनुमान नगर में एक नया और अत्याधुनिक पावर सबस्टेशन (पीएसएस) बनने जा रहा है, जिसके लिए भूमि आवंटन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और अगले सप्ताह से निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। यह पावर सबस्टेशन न सिर्फ क्षेत्र की बिजली व्यवस्था को मजबूत करेगा, बल्कि लंबे समय से चली आ रही लो-वोल्टेज और बार-बार ट्रिपिंग की समस्या से भी निजात दिलाएगा।
इस नए पावर सबस्टेशन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पूरी तरह “गैस इंसुलेटेड सबस्टेशन (GIS)” होगा। पारंपरिक पावर सबस्टेशनों की तुलना में गैस इंसुलेटेड सिस्टम ज्यादा सुरक्षित, टिकाऊ और कम जगह में स्थापित होने वाला होता है। इसमें आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाता है, जिससे बिजली आपूर्ति में बाधाएं न्यूनतम रहती हैं और रख-रखाव भी आसान होता है।
परियोजना के तहत इस पीएसएस में 10-10 एमवीए क्षमता के दो मेगा पावर ट्रांसफॉर्मर लगाए जाएंगे। यानि कुल 20 एमवीए क्षमता के साथ यह सबस्टेशन इलाके की बढ़ती बिजली मांग को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है। चार महीने के भीतर निर्माण कार्य पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है और योजना के अनुसार, इसे अप्रैल के अंत तक चालू कर दिया जाएगा।
इस नए पावर सबस्टेशन के चालू होने से कंकड़बाग कॉलोनी, हनुमान नगर और आसपास के क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति कहीं अधिक स्थिर और गुणवत्तापूर्ण हो जाएगी। इसके साथ ही आसपास के दो मौजूदा पावर सबस्टेशनों पर लोड कम होगा, जिससे पूरे इलाके की बिजली व्यवस्था संतुलित होगी। अनुमान है कि इस परियोजना से करीब एक लाख लोगों को सीधा लाभ मिलेगा।
पटना इलेक्ट्रिक सप्लाई यूनिट (पेसू) के जीएम दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि हनुमान नगर में बनने वाला यह गैस इंसुलेटेड पावर सबस्टेशन क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि इसके चालू होते ही बिजली कटौती, वोल्टेज फ्लक्चुएशन और ओवरलोडिंग जैसी समस्याएं काफी हद तक समाप्त हो जाएंगी।
यह परियोजना न सिर्फ बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम है, बल्कि तेजी से विकसित हो रहे शहरी इलाकों की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने का भी ठोस प्रयास है।
