वर्तमान समय में ऐसा कोई घर अछूता नहीं है, जहां कोई न कोई मधुमेह रोगी न हो। ऐसे तो हर कोई चाहता है कि उनका फिगर सही हो और इसके लिए वे सजग रहते हैं। इसलिए शरीर का वजन थोड़ा भी बढ़ने पर लोग डाइटिंग करना शुरू कर देते हैं और डाइटिंग में सबसे पहले मीठा छोड़ते हैं। मान्यता है कि मीठा छोड़ने से शरीर का वजन तेजी से घटता है। लेकिन चिकित्सक की माने तो वजन घटता है लेकिन पूरी तरह नहीं घटता है। बहुत कम लोग जानते हैं कि मीठा छोड़ने से शरीर के वजन पर तो असर पड़ता है ही, साथ ही, इससे शरीर में अन्य भी कई बदलाव होते हैं। जैसे हेल्दी हॉट, स्किन में बदलाव, मूड पर प्रभाव और वजन कम होना।
हेल्दी हॉट
जब व्यक्ति चीनी का सेवन करते हैं तो इससे शरीर में इंसुलिन का स्तर बढ़ता है, जिससे शरीर के तंत्रिका तंत्र को भी उत्तेजित करता है। ऐसे में हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है। वहीं जब चीनी छोड़ते हैं तो एक सप्ताह में ही ब्लड प्रेशर स्थिर होता हुआ नजर आएगा और इससे बैड कोलेस्ट्रॉल भी धीरे-धीरे कम होने लगेगा।
स्किन में बदलाव
चीनी से केवल वजन ही नहीं बढ़ता है बल्कि इसके कारण अन्य कई लाइफस्टाइल डिसऑर्डर भी होते हैं, जिस से अक्सर लोगों के चेहरे पर मुंहासों की समस्या उत्पन हो जाता है। एक अध्ययन से पता चला है कि जो महिलाएं सोडा और अन्य चीनी युक्त पेय पदार्थ को छोड़ देती हैं, उनकी स्किन काफी अच्छी होती है और उन्हें महंगी क्रीम व कंसीलर का प्रयोग करने की जरूरत नहीं पड़ती।
मूड पर सकारात्मक प्रभाव
यह जानकर हैरानी होती है कि चीनी और मूड का भी आपस में संबंध है। एक अध्ययन में यह पाया गया है कि जो महिलाएं अपने आहार में आवश्यकता से अधिक मीठे का सेवन करती हैं, उन्हें बहुत अधिक मूड स्विंग्स होते हैं। ऐसे में अगर अपनी डाइट से मीठे की मात्रा को कम करते हैं तो इससे धीरे-धीरे मूड पर सकारात्मक प्रभाव नजर आने लगता है।
वजन कम होना
यह सर्वविदित है कि मीठा खाना छोड़ने से शरीर का वजन धीरे-धीरे कम होने लगता है। दरअसल, जब चीनी खाना छोड़ते हैं तो शरीर में ग्लूकोज की अनुपस्थित के कारण, शरीर वसा से, ऊर्जा के लिए, कीटोन बनाना शुरू कर देता है। इसे फैट बर्निंग मोड कहा जाता है। शुरूआती एक सप्ताह में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन इसके बाद शरीर का वजन कम होना शुरू हो जाता है।