जिस घर में रूद्राक्ष की नित्य पूजा की जाती है, वहाँ अन्न, वस्त्र, धन, धान्य आदि, किसी भी वस्तु की कमी नहीं होती है। यानि उस घर में धन का साम्राज्य रहता है। रूद्राक्ष धारण करने वाले को, किसी भी तरह की गम्भीर, शारीरिक एवं मानसिक बीमारियाँ नहीं होती है, बल्कि रूद्राक्षधारी असाध्य गम्भीर रोग से भी, मुक्ति पा लेता है। इसलिए रूद्राक्ष धारण करने वालों को शिवस्वरूप की प्राप्ति होता है।
दो मुखी रुद्राक्ष को शिव और शक्ति का स्वरूप माना गया है। इस संबंध में कहा गया है कि यह माया से संयुक्त परब्रह्म स्वरुप है तथा जगत का कारण बीज स्वरुप है। इसके धारण करने से मानव भुक्ति और मुक्ति दोनों को प्राप्त करता है ।
दो मुखी रुद्राक्ष के विषय में कहा गया है कि यह अनेक पापों के साथ गोवध जैसे महापाप को भी दूर करता है। दो मुखी रुद्राक्ष धारण करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है। मनुष्य की विवेक बुद्धि होती है और पारिवारिक सौहार्द में वृद्धि होती है। इसे धारण करने से कार्य व्यापार में सफलता प्राप्त होती है।
दो मुखी रुद्राक्ष भी अत्यंत दुर्लभ होता है और यह भी असली नेपाली गोल दाने के रूप में कम ही प्राप्त होता है। दो मुखी रुद्राक्ष उत्तर भारत के हरिद्वार क्षेत्र में भी प्राप्त होता है और यह भी अत्यंत शुभ माना जाता है।