भाषा आधारित कर्नाटका 22 मार्च को बंद का आह्वान किया है। वहीं, भारतीय वाहन चालक ट्रेड यूनियन और स्नेहजीवी चालक ट्रेड यूनियन ने 22 मार्च को वाटाल नागराज के नेतृत्व में कन्नड़ संगठनों की ओर से आहूत कर्नाटक बंद को समर्थन नहीं देने की घोषणा की है।
भारतीय वाहन चालक ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष गंडासी संदानंद स्वामी और स्नेहजीवी चालक ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष संतोष कुमार ने कहा है कि कर्नाटक बंद से चालकों को नुकसान होगा। बेंगलूरु में 75 हजार से अधिक ऑटोरिक्शा चल रहे हैं। 2.5 लाख से अधिक परिवार ड्राइवरी पेशे पर निर्भर है और बंद से उनकी आजीविका प्रभावित होगी।
उन्होंने कहा कि अगर दवा, सब्जी, दूध, आवश्यक सामान और स्कूल बसों की सेवाएं बंद कर दी गई तो लोगों को मुश्किलें होगी। उन्होंने कहा कि बेंगलूरु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 8 हजार से अधिक वाहन सेवा दे रहे 'है। राज्य के हर कोने में टैक्सी और कैब चल रही हैं। कीमतों में बढ़ोतरी के कारण ड्राइवर मुश्किल में हैं। इसलिए यह निर्णय लिया गया है कि 22 को कर्नाटक बंद का समर्थन नहीं करेगी।