महाराष्ट्र सरकार में मंत्री धनंजय मुंडे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आग्रह पर आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यह कदम बीड जिले के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या में मुंडे का नाम सामने आने के बाद उठाया गया है। मुख्यमंत्री फडणवीस ने सोमवार रात एनसीपी नेताओं के साथ एक आपात बैठक में मुंडे से इस्तीफा मांगा था。
धनंजय मुंडे का राजनीतिक सफर:
पारिवारिक पृष्ठभूमि: धनंजय मुंडे परली विधानसभा से विधायक हैं और महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री गोपीनाथ मुंडे के भाई पंडित अन्ना मुंडे के पुत्र हैं। उन्होंने अपने परिवार की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया है।
राजनीतिक करियर: मुंडे ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के युवा मोर्चा से की थी, जहां वे अध्यक्ष रहे। 2012 में उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में शामिल होकर नया राजनीतिक सफर शुरू किया। 2014 में उन्होंने अपनी चचेरी बहन पंकजा मुंडे के खिलाफ चुनाव लड़ा, जिसमें वे हार गए। हालांकि, 2019 में उन्होंने पंकजा मुंडे को पराजित कर परली विधानसभा सीट जीती।
संतोष देशमुख हत्याकांड:
बीड जिले के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले में धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मीक कराड को मुख्य आरोपी बताया गया है। सीआईडी की चार्जशीट में कराड का नाम प्रमुखता से उल्लेखित है, जिससे मुंडे पर इस्तीफे का दबाव बढ़ा। हत्या के समय की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह मामला और गंभीर हो गया।
धनंजय मुंडे के इस्तीफे के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मची हुई है। विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है और इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहा है। देखना होगा कि आने वाले दिनों में यह मामला क्या मोड़ लेता है और महाराष्ट्र की राजनीति पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है।