जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में सुरक्षा बलों ने आतंकियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया। 9 अप्रैल को शुरू हुए इस संयुक्त ऑपरेशन में तीन आतंकी मारे गए हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मारे गए आतंकवादियों में एक जैश का टॉप कमांडर भी शामिल है। यह ऑपरेशन किश्तवाड़ जिले के चात्रू के वन क्षेत्र में चल रहा है।
ऑपरेशन की शुरुआत और सफलता
सुरक्षा बलों को खुफिया जानकारी मिली थी कि कुछ आतंकवादी चात्रू के जंगलों में छिपे हुए हैं। इसके बाद सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त रूप से सर्च ऑपरेशन शुरू किया। तीन दिन की तलाशी के बाद, सुरक्षाबलों ने आतंकियों को घेर लिया और मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए। इनमें एक जैश-ए-मोहम्मद का शीर्ष कमांडर भी शामिल था।
नागरिक की सतर्कता और सुरक्षाबलों की तत्परता
एक स्थानीय नागरिक ने सुरक्षा बलों को सूचना दी कि तीन आतंकवादी काले कपड़े पहने हुए थे और उनके पास भारी हथियार थे। वे उसके घर में घुसे और कुछ समय बाद चले गए। इस सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी की और आतंकियों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन तेज कर दिया।
सेना की प्रतिबद्धता
उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार ने किश्तवाड़ में एक आतंकी को मार गिराने के लिए सैनिकों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि सेना इस क्षेत्र को आतंकवाद से मुक्त रखने के लिए प्रतिबद्ध है। भारतीय सेना जम्मू और कश्मीर को आतंक-मुक्त रखने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम है।
इस ऑपरेशन की सफलता से क्षेत्र में सुरक्षा बलों का मनोबल बढ़ा है और स्थानीय नागरिकों में विश्वास जगा है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में वे अकेले नहीं हैं।