भारतीय मूल की रैपर राजा कुमारी ने अमेरिका के प्रतिष्ठित अमेरिकन म्यूजिक अवॉर्ड्स (AMA) में इतिहास रच दिया है। लॉस एंजिल्स में आयोजित 51वें एएमए समारोह में उन्होंने अवॉर्ड जीतकर न केवल अपने करियर में एक नया मुकाम हासिल किया, बल्कि भारतीयों के लिए भी गर्व का विषय बन गया है। यह उपलब्धि उन्हें एएमए जीतने वाली पहली भारतीय मूल की गायिका बनाती है।
राजा कुमारी का असली नाम स्वेता श्रीराम रामान है। वह अमेरिका में जन्मीं, लेकिन उनकी जड़ें भारत से जुड़ी हैं। उन्होंने बहुत कम उम्र में शास्त्रीय नृत्य और संगीत की शिक्षा ली और धीरे-धीरे हिप-हॉप और रैप की दुनिया में कदम रखा। भारतीय संस्कृति और पश्चिमी बीट्स का मेल उनकी खासियत है। उनके गानों में भारतीय वाद्य यंत्रों और लोकधुनों की झलक साफ दिखती है, जिसे वे पश्चिमी रैप के साथ मिला कर एक अनोखा अनुभव देती हैं।
अमेरिकन म्यूजिक अवॉर्ड्स (AMA) अमेरिका का एक प्रतिष्ठित संगीत समारोह है, जिसकी स्थापना 1973 में हुई थी। यह अवॉर्ड सीधे तौर पर जनता के वोटों से तय होता है, जो इसे और भी खास बनाता है। यह मंच आमतौर पर अमेरिकी और पश्चिमी कलाकारों का गढ़ माना जाता है, ऐसे में किसी भारतीय मूल की गायिका द्वारा जीतना एक उल्लेखनीय घटना है। राजा कुमारी को जिस श्रेणी में नामांकित किया गया था, वह बेस्ट न्यू इंटरनेशनल आर्टिस्ट की थी। इस श्रेणी में दुनिया भर से उभरते कलाकारों को नामांकित किया जाता है।
राजा कुमारी की यह जीत भारतीय संगीत प्रेमियों के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। यह साबित करता है कि भारतीय मूल के कलाकार अब केवल बॉलीवुड या भारतीय संगीत तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वैश्विक मंचों पर भी उनका जादू चल रहा है। उनकी यह जीत उन युवा कलाकारों को भी प्रेरित करेगी जो अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान बनाना चाहते हैं। साथ ही यह भारत की सांस्कृतिक विविधता और संगीत की शक्ति को भी उजागर करती है।