बेंगलुरु में छह घंटे की मूसलधार बारिश ने मचाई तबाही: मासूम समेत तीन की मौत, शहर में जलभराव और ट्रैफिक जाम

Jitendra Kumar Sinha
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बेंगलुरु में रविवार रात से सोमवार सुबह तक हुई छह घंटे की मूसलधार बारिश ने शहर को अस्त-व्यस्त कर दिया। इस भारी बारिश से कई इलाकों में जलभराव हो गया, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। सबसे दुखद घटना बीटीएम लेआउट में हुई, जहां एक अपार्टमेंट के बेसमेंट में जमा पानी निकालते समय 63 वर्षीय मन्मोहन कामत और 12 वर्षीय दिनेश की करंट लगने से मौत हो गई। दिनेश नेपाली मूल के एक कर्मचारी का बेटा था, जो उसी अपार्टमेंट में कार्यरत था।


वाइटफ़ील्ड में एक अन्य घटना में, भारी बारिश के कारण एक मकान की दीवार गिर गई, जिससे 35 वर्षीय महिला हाउसकीपर की मौत हो गई।


शहर के कई हिस्सों में सड़कों, बेसमेंट और निचले इलाकों में जलभराव हो गया, जिससे ट्रैफिक जाम और बिजली आपूर्ति में बाधा जैसी समस्याएं उत्पन्न हुईं। कई अंडरपास और फ्लाईओवर बंद कर दिए गए, जिससे यातायात व्यवस्था पर असर पड़ा।


कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने बताया कि बेंगलुरु में 210 बाढ़ संभावित क्षेत्रों की पहचान की गई है, जिनमें से 166 में समस्या का समाधान हो चुका है। 24 स्थानों पर काम जारी है और शेष 20 पर जल्द काम शुरू होगा। सरकार ने 197 किलोमीटर लंबी स्टॉर्म वॉटर ड्रेन बनाई है और इसके लिए ₹2000 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है।  


मौसम विभाग ने आगामी दिनों में भी भारी बारिश की चेतावनी दी है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे आवश्यक स्थिति में ही घरों से बाहर निकलें और सतर्क रहें। इस आपदा ने बेंगलुरु की शहरी योजना और आपदा प्रबंधन की तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।


शहर की जल निकासी प्रणाली की खामियों और आपातकालीन सेवाओं की सुस्ती ने स्थिति को और भी जटिल बना दिया है। आवश्यक है कि प्रशासन इस संकट से सबक लेकर भविष्य में ऐसी आपदाओं से निपटने के लिए ठोस कदम उठाए। 


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