12 मई 2025 की रात, भारत-पाकिस्तान सीमा पर एक बार फिर तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई जब जम्मू-कश्मीर के सांबा और पंजाब के जालंधर में संदिग्ध पाकिस्तानी ड्रोन देखे गए। भारतीय वायु रक्षा बलों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इन ड्रोनों को निष्क्रिय कर दिया। इस घटना के बाद, माता वैष्णो देवी मंदिर परिसर सहित कई संवेदनशील क्षेत्रों में एहतियातन ब्लैकआउट कर दिया गया।
सांबा जिले में ड्रोन देखे जाने की सूचना मिलते ही भारतीय सेना ने तुरंत कार्रवाई की। सेना ने बाद में स्पष्ट किया कि वर्तमान में कोई ड्रोन गतिविधि नहीं है और क्षेत्र में सीजफायर की स्थिति बनी हुई है। हालांकि, शुरुआत में सुरक्षाबलों ने बताया था कि वे सांबा जिले में संदिग्ध ड्रोनों से निपटने के लिए सतर्क हैं।
ड्रोन गतिविधि के मद्देनज़र जम्मू-कश्मीर के सांबा, कठुआ, राजौरी और जम्मू जिलों में रात का ब्लैकआउट किया गया। माता वैष्णो देवी मंदिर और उससे जुड़े मार्गों की सभी लाइटें सुरक्षा कारणों से बंद कर दी गईं।
पंजाब के अमृतसर, होशियारपुर, जालंधर और कपूरथला में भी इसी तरह की संदिग्ध ड्रोन गतिविधियों की रिपोर्ट मिली। इन इलाकों में भी एहतियातन ब्लैकआउट किया गया और स्कूलों को 48 घंटे के लिए बंद रखने का आदेश दिया गया।
राजस्थान के बाड़मेर, झुंझुनू और जैसलमेर जिलों से भी ड्रोन देखे जाने की खबरें सामने आईं। इन जिलों में भी रात के समय ब्लैकआउट कर सुरक्षा को पुख्ता किया गया।
इन घटनाओं से यह साफ है कि सीमा पार से भारत में किसी प्रकार की घुसपैठ की कोशिशें जारी हैं। हालांकि, भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की सजगता और तेज़ प्रतिक्रिया ने इन प्रयासों को नाकाम कर दिया है। नागरिकों से अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत प्रशासन को दें।