जेफ बेजोस की निजी अंतरिक्ष कंपनी ब्लू ओरिजिन (Blue Origin) ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए शनिवार को एनएस-32 मिशन (NS-32 Mission) को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है। यह मिशन खास इसलिए है, कि इसमें छह लोगों को अंतरिक्ष की रोमांचकारी यात्रा पर भेजा गया है, जो मानव अंतरिक्ष पर्यटन की दिशा में एक और बड़ा कदम माना जा रहा है।
ब्लू ओरिजिन के इस मिशन में न्यू शेपर्ड रॉकेट का उपयोग किया गया, जो विशेष रूप से उप-कक्षीय उड़ानों (suborbital flights) के लिए डिजाइन किया गया है। इस मिशन का उद्देश्य यात्रियों को कुछ मिनटों के लिए भारहीनता का अनुभव कराना और पृथ्वी के वायुमंडल की सीमा से परे ले जाना था। टेक्सास के वेस्ट टेक्सास रेगिस्तान से प्रक्षेपण किया गया है, मिशन की अवधि लगभग 10 मिनट है, उड़ान की ऊँचाई 100 किलोमीटर के करीब (कार्मन लाइन के पार) है ।
एनएस-32 मिशन के चालक दल में 6 अंतरिक्ष पर्यटक शामिल थे, जिनमें से कुछ पहली बार अंतरिक्ष में जा रहे थे। इन यात्रियों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, और व्यवसाय जगत से जुड़े लोग थे। यह मिशन ब्लू ओरिजिन की मानव अंतरिक्ष उड़ानों की सातवीं यात्रा थी और यह दर्शाता है कि अब अंतरिक्ष पर्यटन केवल वैज्ञानिकों या पेशेवर अंतरिक्ष यात्रियों तक सीमित नहीं रहा है।
जेफ बेजोस द्वारा स्थापित ब्लू ओरिजिन का सपना है, "मिलियनों लोगों को अंतरिक्ष में रहने और काम करने के लिए सक्षम बनाना।" एनएस-32 जैसे मिशनों के जरिये कंपनी अंतरिक्ष को आम नागरिकों के लिए सुलभ बनाने की दिशा में काम कर रही है। ब्लू ओरिजिन की रणनीति है कि अंतरिक्ष यात्राएं केवल वैज्ञानिक खोजों तक सीमित न रहें, बल्कि यह एक व्यावसायिक अनुभव बने।
ब्लू ओरिजिन की सफलता यह संकेत देती है कि आने वाले वर्षों में अंतरिक्ष पर्यटन एक तेजी से बढ़ता उद्योग बनने वाला है। वर्जिन गैलेक्टिक और स्पेसएक्स जैसी अन्य कंपनियां भी इस दौड़ में शामिल हैं, लेकिन ब्लू ओरिजिन की सुरक्षा, विश्वसनीयता और नियमित उड़ानों ने इसे इस क्षेत्र में अग्रणी बना दिया है।
ब्लू ओरिजिन का एनएस-32 मिशन यह साबित करता है कि अंतरिक्ष अब केवल वैज्ञानिकों या विशेष एजेंसियों का क्षेत्र नहीं रहा। यह आम नागरिकों के लिए भी सपनों की दुनिया का दरवाजा खोल रहा है। इस मिशन के जरिये ब्लू ओरिजिन ने एक बार फिर दिखा दिया है कि भविष्य का पर्यटन धरती से ऊपर भी संभव है।