देशभर में एक बार फिर से कोरोना वायरस संक्रमण ने दस्तक दे दी है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, भारत में सक्रिय कोरोना मामलों की संख्या बढ़कर 6,133 हो गया है। यह आंकड़ा स्पष्ट रूप से संकेत दे रहा है कि कोरोना का खतरा अब भी टला नहीं है।
देश में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले केरल से सामने आ रहा हैं। यहां 1,950 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं, जो पूरे देश के कुल सक्रिय मामलों का लगभग एक-तिहाई हिस्सा है। पिछले 24 घंटों में केरल में 144 नए कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि मानसून की शुरुआत और बदलते मौसम की वजह से संक्रमण दर में तेजी बढ़ी है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी कोरोना की रफ्तार दोबारा बढ़ता दिख रहा है। बीते 24 घंटों में 21 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इससे दिल्ली में कुल सक्रिय मामले 686 हो गया हैं। इसी तरह पश्चिम बंगाल में भी कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। यहां 71 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई है और राज्य में कुल सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 693 हो गया है।
कोरोना की पहली दो लहरों में सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में भी संक्रमण के नए मामले सामने आ रहा है। बीते 24 घंटों में 18 नए मामले दर्ज किया गया हैं, जो राज्य के लिए चिंता का विषय है। सबसे गंभीर चिंता की बात यह है कि पिछले 24 घंटों के भीतर 6 मरीजों की मौत हुई है। यह आंकड़ा इस ओर इशारा करता है कि वायरस अब भी जानलेवा है, विशेषकर बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों के लिए।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जनता से अपील किया है कि वे अब भी मास्क पहनने, भीड़भाड़ से बचने और हाथों की स्वच्छता जैसे बुनियादी उपायों को अपनाएं। टीकाकरण की दोनों डोज लेने वाले लोगों में गंभीर संक्रमण का खतरा कम देखा गया है।
यह लहर अभी पहले जैसी भयावह नहीं है, लेकिन आंकड़े यह चेतावनी जरूर दे रहा हैं कि सावधानी हटते ही संक्रमण फिर से पैर पसार सकता है। बदलते मौसम और सार्वजनिक लापरवाही संक्रमण के फैलाव का प्रमुख कारण बन सकता हैं। समय रहते सतर्कता ही सबसे बड़ा उपाय है।