झारखंड सरकार ने राज्य के 70 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब वे स्वास्थ्य सेवाओं के लिए आर्थिक चिंताओं से मुक्त हो सकेंगे। सरकार ने “आयुष्मान वय वंदन” योजना की शुरुआत की है, जिसके तहत पांच लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा लाभ दिया जाएगा। यह योजना राज्य के लाखों बुजुर्गों के जीवन में राहत और सुरक्षा लेकर आया है।
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ने इस योजना को लेकर संकल्प जारी कर दिया है। उन्होंने जानकारी दी है कि इस योजना को राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) की देखरेख में लागू किया गया है। इसमें 70 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को सालाना ₹5 लाख तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा लाभ मिलेगा।
इस योजना के वित्तीय बोझ को साझा रूप में 60 प्रतिशत खर्च केन्द्र और 40 प्रतिशत खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। इस व्यवस्था से योजना की स्थायित्व और व्यापक क्रियान्वयन सुनिश्चित होगा।
झारखंड में 70 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग के बुजुर्गों की संख्या 864437 परिवारों में लगभग 1154024 बुजुर्ग हैं और 479919 परिवारों के 587778 बुजुर्ग पहले से आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) के लाभार्थी हैं। अब शेष बुजुर्गों को भी लाभ पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा।
इस योजना से बुजुर्गों को महंगे इलाज के लिए अब जेब से पैसे खर्च नहीं करने होंगे। चिकित्सा सुविधा की उपलब्धता से उनकी जीवन गुणवत्ता सुधरेगी। इलाज के लिए दूसरों पर निर्भरता घटेगी, जिससे आत्मसम्मान बढ़ेगा। पैनल में सूचीबद्ध अस्पतालों में कैशलेस इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी।
सरकार के अनुसार योजना के तहत, डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से पंजीकरण किया जाएगा। पहले से लाभुक बुजुर्गों को स्वतः शामिल कर लिया जाएगा, वहीं नए लाभार्थियों के लिए विशेष शिविर और CSC केंद्रों पर पंजीकरण की सुविधा होगी।
“आयुष्मान वय वंदन योजना” न केवल स्वास्थ्य बीमा प्रदान करती है, बल्कि यह झारखंड सरकार की बुजुर्गों के प्रति संवेदनशीलता और सामाजिक सुरक्षा की प्रतिबद्धता को भी दर्शाती है। यह योजना वृद्धजनों को न केवल आर्थिक सुरक्षा देती है, बल्कि उनके जीवन को गरिमा के साथ जीने का अवसर भी प्रदान करती है। सरकार का यह प्रयास निश्चित रूप से वृद्धजनों के लिए वरदान साबित होगा।