प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने G7 सम्मेलन के दौरान आतंकवाद पर दोहरे मापदंडों को लेकर दुनिया को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने बिना किसी देश का नाम लिए साफ तौर पर इशारा पाकिस्तान की ओर किया और कहा कि आतंकवाद को शह देने वाले देशों को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को मानवता पर सीधा हमला बताया और इसे पूरी दुनिया के लोकतांत्रिक मूल्यों पर प्रहार करार दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ देशों में आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाती है, वहीं कुछ और देशों को, जो आतंकवाद को खुलेआम समर्थन देते हैं, अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इनाम की तरह व्यवहार मिलता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह दोहरा रवैया वैश्विक संस्थानों की साख को नुकसान पहुंचा रहा है और अगर यही सिलसिला चलता रहा तो दुनिया में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई कमजोर पड़ जाएगी।
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आतंकवाद का समर्थन करने वाले देशों को जिम्मेदार ठहराना अब टालने का विषय नहीं है। ये केवल सुरक्षा का नहीं, बल्कि नैतिकता और मानवता का सवाल है। मोदी ने कहा कि आतंकवाद सिर्फ किसी एक देश का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह संपूर्ण विश्व के लिए खतरा है और इसका जवाब पूरी दुनिया को मिलकर देना होगा।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने ग्लोबल साउथ यानी विकासशील देशों के मुद्दों पर भी बात की। उन्होंने ऊर्जा संकट, खाद्य सुरक्षा, उर्वरकों की कमी और वित्तीय असमानता की ओर ध्यान खींचा और कहा कि इन समस्याओं का सबसे बड़ा असर गरीब और विकासशील देशों पर पड़ता है। उन्होंने विकसित देशों से अपील की कि वे सिर्फ अपने हित न देखें, बल्कि पूरी दुनिया के हित में काम करें।
प्रधानमंत्री मोदी का यह भाषण न केवल भारत की आतंकवाद के खिलाफ सख्त नीति को दोहराता है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को घेरने की कूटनीतिक कोशिश का भी हिस्सा है। भारत लंबे समय से यह मांग करता रहा है कि आतंकवाद को किसी भी तरह के भेदभाव के बिना देखा जाना चाहिए और जो देश आतंकवाद को पालते-पोसते हैं, उन्हें अंतरराष्ट्रीय समुदाय में सम्मान नहीं मिलना चाहिए।
इस भाषण के बाद उम्मीद की जा रही है कि भारत G7 देशों के साथ मिलकर आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक स्तर पर एकजुट अभियान की दिशा में और कदम बढ़ाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि भारत अपने सीमाओं की सुरक्षा के साथ किसी भी तरह की समझौता नहीं करेगा और आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करता रहेगा।